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नवीन प्रकाशन 'पण्डित बाबूभाई स्मृति विशेषांक' को समाज ने बहुत सराहा है।
८. कविवर बनारसीदास जयन्ती का प्रायोजन :-अध्यात्मरस से अोतप्रोत पण्डित बनारसीदासजी के जीवन एवं उनकी कृतियों से समाज के अधिक से अधिक लोग परिचित हों-इस उद्देश्य से युवा फैडरेशन ने अपनी समस्त शाखाओं को पण्डित बनारसीदास जयन्ती समारोह आयो जित करने की प्रेरणा दी है । गत २० फरवरी १९८६ को उनकी ३६हवं जयन्ती का आयोजन लगभग ५० शाखाओं द्वारा किया गया था। प्रागार्म ४००वीं जयन्ती भी अधिक से अधिक स्थानों पर बृहद रूप में मनाने क संकल्प है । इस कार्यक्रम के सफलता पूर्वक संचालन हेतु श्री अखिल बंसल को संयोजक नियुक्त किया गया है ।
१. शाखाओं एवं सदस्यों का सम्मान :--शाखाओं एवं सक्रिय सदस्यों के तात्विक कार्यों को प्रोत्साहन हेतु केन्द्रीय समिति उन्हें विशेष अवसरों पर सम्मानित करती है।
__साहित्य प्रकाशन हेतु उक्त ट्रस्ट के अन्तर्गत एक अलग फण्ड बनाने का संकल्प किया गया है, जिसमें कार्यकारिणी के अध्यक्ष ब्र० जतीशचंदर्ज शास्त्री एवं सदस्य ब्र० अभिनन्दनकुमार जी शास्त्री के अथक प्रयासों रे अब तक १,४३,२१६ रुपये प्राप्त हो चुके हैं । एतदर्थ इन दोनों महानुभाव का जितना आभार माना जाये, थोड़ा है। प्रस्तुत प्रकाशन को अल्प मूल्य उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिन महानुभावों का आर्थिक सहयोग हो प्राप्त हुआ है उसके लिये हम सभी दातरों का हृदय से आभार मानते हैं (सूची पृष्ठ ८ पर प्रकाशित है) साथ ही साहित्य प्रकाशन एवं प्रचा विभाग के प्रबन्धक श्री अखिल बंसल, एम. ए., जे. डी. भी बधाई के पार हैं, जिनका सहयोग प्रकाशन एवं बाइण्डिग व्यवस्था में प्राप्त हुआ है।
__ सभी प्रात्मार्थी बन्धु इस पुस्तक को पढ़कर लाभान्वित हों औ अपने जीवन को निर्मल बनाते हुये मुक्तिपथ का मार्ग प्रशस्त करें, इस आशा और विश्वास के साथ- मंत्री, सत्साहित्य प्रकाशन ब्यूरो
अखिल भारतीय जैन युवा फैडरेशन (७)
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