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१०. श्री प्रदीपकुमार झांझरी, उज्जैन ११. श्री राजेन्द्रकुमार मानोरिया, अशोकनगर १२. श्री विपूल मोटाणी, बम्बई
१३. श्री आदिनाथ नखाते, नागपुर १४. श्री राकेशजैन शास्त्री, नागपुर १५. श्री सतीश अमृतलाल मेहता, फतेपुर
सदस्य
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युवा फैडरेशन अपने निर्धारित उद्देश्यों की पूर्ति हेतु कटिवद्ध एवं सक्रिय रहे और उसके कदम भटके नहीं, एतदर्थ निदेशक मण्डल का गठन दिया गया है, जिसमें निम्नलिखित महानुभाव हैं -
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१. श्री नेमीचन्द पाटनी, आगरा ( उ० पु० ) २. डॉ० हुकमचन्द भारिल्ल, जयपुर (राज ० ) ३. पण्डित ज्ञानचन्दजी जैन, विदिशा ( म०प्र० ) ४. श्री कान्तिभाई मोटानी, बम्बई (महाराष्ट्र ) ५. ब्र० पण्डित जतीशचन्द शास्त्री, सनावद ( म०प्र० ) ६. ब्र० पण्डित अभिनन्दनकुमार शास्त्री, इन्दौर ( म०प्र० )
अपने उद्देश्यों की प्राप्ति हेतु संस्था द्वारा निम्न गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है
१. साहित्य प्रकाशन : पण्डित टोडरमल स्मारक ट्रस्ट एवं श्री कुन्दकुन्द कहान दिगम्बर जैन तीर्थ सुरक्षा ट्रस्ट द्वारा प्राचार्यो एवं विशिष्ट विद्वानों के ग्रन्थ प्रकाशित किये जाते हैं, अतः हमने पूजन विधान सम्बन्धी प्रकाशनों को मुख्यता दी है । अब तक १७ पुष्पों की १.२६,००० प्रतियाँ प्रकाशित की जा चुकी हैं, इस वर्ष कविवर पण्डित बनारसीदास द्वारा रचित ' बनारसी विलास' एवं 'ग्रर्द्ध कथानक' के प्रकाशन का संकल्प है ।
२. शिक्षण शिविरों का श्रायोजन :- युवा वर्ग में तत्वरुचि जागृति करने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष भिन्न-भिन्न स्थानों पर सात दिवसीय शिविर लगाये जाते हैं । सन् १९८४ में मुरार ( ग्वालियर) में प्रथम शिविर
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