________________ १६-शब्द-कोश धन। अ आ असराल = असरार, लगातार, बहुत।२० . अंगयौ - आंगपर लिया, ग्रहण किया, अस्तोन = स्तवन, स्तोत्र / 176 लिया। अहीरीधाम, अहीरीगेह = अहीरीके अंतरधन = छुपाया हुआ भीतरका घर, ग्वालिनके घर / 503, 505 65 आयु = उम्र / 619, 621 आउषा % आयुष्य, आयु। अऊत = निपूती, निस्सन्तान, एक 620 / सतीका नाम / सं०, अपुत्रा / 79, आन = सं० आज्ञा, प्रा० आण, आज्ञा, हुकुम / अकह = अकथ्य, न कहने योग्य / 460 आसिखी आशिकी, प्रेम, इश्कबाज़ी / अठताल = अड़तालीस / 94 178, 180 अत्तो= इतना, संस्कृत इयतसे बना।४७ अदेख = बिना देखा। 65 इजार = (फारसी) इज़ार, अनेकारथ = धनंजय नाममालाका पायजामा / __अन्तिम अंश,अनेकार्थ निघण्टु।१६९ इति = दैवकृत उपद्रव (अतिवृष्टिअपनपौ = आत्मपना, अपनापा / 1 रनावृष्टिः मूषका शलभा शुकाः)५७२ अबेब, अभेव = अभेद, एक जैसे / 237 / उचाट = विरक्ति, उदासी, चित्त न अमल = नशा, अफीम। 353 , लगना। 81 अरदास = अजेदाश्त ( फारसी ), उचापति = उधार माल देनेका काम प्रार्थना, विनय / 159 (यह शब्द इसी अर्थमें सागर अलंगनी = अर्गनी, कपड़े टाँगनेकी जिले में अब भी प्रचलित है।) 15 रस्सी / 321 उजारि = उजाड़, उजड़ा, शून्य अवद्य = अनुचित, न कहने योग्य, स्थान / झुठ। 684 | उदंगल = दंगल, उपद्रव, ऊधम / अवस्था = हालत, दशा / 42 292, 467 290 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org