________________ शब्द-सूची 259 देव 108 -----प्रथम कोन 104 --का गति-परिणाम 116 -~-~का सिद्धत्व 116 --कर्म का सम्बन्ध 105 -~-अभव्य-भव्य --भव्यजीव अनन्त 109 -.-कर्ता 106 --का मोक्ष होने पर भी संसार खाली नहीं होता 109 -निगोद 109 -सर्वथा विनाशी नहीं अनन्त ज्ञानमय 173 -अनन्त सुखमय 173 -शरीर का सम्बन्ध 177 जीवत्व 161, 167 जीवन्मुक्त 177 ज्ञान 11, 175 -~-देह गुण नहीं -ज्ञानान्तर पूर्वक –मति आदि पांच -पर्याय -सब भ्रान्त नहीं 75 -अन्वय-व्यतिरेक 168 -प्रावरण .169 ज्ञेय 25,73 दुःख 140 दृष्टान्त 110 128, 150, 154 -विषयक संदेह 121 --संशय-निराकरण 122 -प्रत्यक्ष है 122 -व्यन्तरादि चार भेद 122 -कृत अनुग्रह-पीडा 122 -अनुमान से सिद्धि 122 -इस लोक में क्यों नहीं पाते 124 -कैसे आवें? : 124 -साधक अन्य अनुमान 125 -पद की सार्थकता 125 -ऋद्धि-सम्पन्न मनुष्य देव है। 126 देह 1 द्रव्य 11, 113 प्रव्यत्व 167 -नित्य है 175 यणुक 84 161 11 55 च धर्म 40, 138 117, 118 धर्मास्तिकाय नरक / स-द तत्वार्थभाष्य-टीका ताण्ड्य महाब्राह्मण तीर्थ कर तैत्तिरीय ब्राह्मण त्रिपिटक 166 47 135 135 128, 150 128 129 47,48,67 नरसिंह नारक ---सन्देह --संशय-निराकरण -~~-सर्वज्ञ को प्रत्यक्ष है --अनुमान से सिद्ध -सर्वज्ञ-वचन से सिद्ध नाम कर्म निगोद 129 दिक दीघनिकाय दीप -~~का सर्वथा नाश नहीं . 132 132 102 109 164 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org