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स्थविर-पुंगव श्री विसाहगणि महत्तर-प्रणीतं, सभाष्यं
निशीथ-सूत्रम्
आचार्य-प्रवर श्री जिनदास महत्तर-विरचितया
विशेष-चूर्णी समलंकृतम्
तृतीयो विभागः उद्देशकाः 10-15
सम्पादक : उपाध्याय कवि श्री अमरमुनि जी महाराज
व मुनि श्री कन्हैयालाल जी महाराज “कमल"
अमर पब्लिकेशन
वाराणसी-1
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