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शरणागति-सूत्र
अरिहंते सरणं पवज्जामि। सिद्धे सरणं पवजामि।
साह सरणं पवज्जामि। केवलिपन्नत्तं धम्मं सरणं पवजामि ।
अरिहंत की शरण स्वीकार करता हूं। सिद्धों की शरण स्वीकार करता हूं। साधुओं की शरण स्वीकार करता हूं। केवली प्ररूपित अर्थात आत्मज्ञ-कथित धर्म की शरण स्वीकार करता हूं।
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