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________________ ६ विषय-सूची गुणस्थानों और मार्गणाओंमें सामान्य नारक पर्याप्त असंयतमें बीस प्ररूपणाओंका कथन ९५० बीस प्ररूपणाओंका कथन ९५८ पर्याप्त गुणस्थानोंमें सामान्य नारक अपर्याप्त असंयत, अपर्याप्त गुणस्थानोंमें घर्मा सामान्य नारक सामान्य मिथ्यादृष्टियोंमें धर्मा सामान्य नारक पर्याप्त पर्याप्त मिथ्यादृष्टियोंमें घर्मा सामान्य नारक अपर्याप्त अपर्याप्त मिथ्यादृष्टियोंमें __ धर्मा मिथ्यादृष्टि सासादन गुणस्थानवालोंके धर्मा नारक पर्याप्त मिथ्य पर्याप्तक सासादन गुण... घर्मा नारक अपर्याप्त , अपर्याप्त सासादन गुण. घर्मा पर्याप्त सासादन सम्यग्मिथ्यादृष्टिके , घर्मा मिश्र गु. असंयत गुणस्थानवर्तीके धर्मा असंयत गु. असंयत गुणस्थानवर्ती पर्याप्तके , ५२ घर्मा पर्याप्त असंयत असंयत गुणस्थानवर्ती अपर्याप्तके , ९५३ धर्मा अपर्याप्त असंयत देशसंयत गुणस्थानवर्तीके द्वितीयादि पृथ्वी नारक सामान्य , प्रमत्त गुणस्थानवर्तीके द्वितीयादि पृथ्वी नारक पर्याप्त , अप्रमत्त गुणस्थानवर्तीके द्वितीयादि पृथ्वी नारक अपर्याप्त , अपूर्वकरण गुणस्थानवर्तीके , द्वितीयादि पृथ्वी नारक सामान्य प्रथम भाग अनिवृत्तिकरणमें मिथ्यादृष्टि द्वितीय भाग द्वितीयादि पृथ्वी नारक पर्याप्त तृतीय भाग मिथ्यादृष्टि चतुर्थ भाग द्वितीयादि पृथ्वी नारक अपर्याप्त पंचम भाग मिथ्यादृष्टि सूक्ष्म साम्पराय ९५५ द्वितीयादि पृथ्वी नारक सासादन , उपशान्त कषाय द्वितीयादि पृथ्वी नारक सम्यग्क्षीणकषाय मिथ्यादृष्टि सयोगकेवली , द्वितीयादि पृथ्वी नारक असंयत अयोगकेवली सम्यग्दृष्टि सिद्ध परमेष्ठी सामान्य तियंच सामान्य नारक तियंच सामान्य पर्याप्तक सामान्य नारक पर्याप्त तियंच सामान्य अपर्याप्तक सामान्य नारक अपर्याप्त मिथ्यावृष्टि सामान्य नारक मिथ्यादृष्टि । पर्याप्तक मि. सामान्य नारक पर्याप्त मिथ्याष्टि अपर्याप्तक, सामान्य नारक अपर्याप्त मि. सासादन सामान्य नारक सासादन सासादन पर्याप्त सामान्य नारक मिश्र सासादन अपर्याप्त, सामान्य नारक असंयत , सम्यग्मिथ्यादृष्टि , _ [२-२ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org ९६४
SR No.001817
Book TitleGommatasara Jiva kanda Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNemichandra Siddhant Chakravarti, A N Upadhye, Kailashchandra Shastri
PublisherBharatiya Gyanpith
Publication Year1997
Total Pages612
LanguagePrakrit, Hindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari, Philosophy, Religion, & Karma
File Size14 MB
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