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________________ ४३ ) परिशिष्ट ३-१४ भविष्यत् १३.२८०,२८६ | भावजघन्य ११.८५ | भाषाद्रव्यवर्गणा १४-६१,५५० भवोपगृहीत १५-१७२,१७५; भावजिन | भाषापर्याप्ति -२५':;७-३४ १६-३८० भावनिक्षेप १३.३९ | भावेन्द्रिय १-२३४ भव्य १-१५०,७-४,७; | भावनिबन्धन भित्तिकर्म ९-२५०,१४-९ १० १३-४,५,२८०, भावप्रकृति १३.१९८,३९० ४१,२०२,१४.६ २८६ भावप्रक्रम | भिन्नदशपूर्वी ९६९ भव्यजीव १४-१३ भावपरिवर्तन ४.३२५ ३ ६६,६७, भव्यत्व ४-४८०,५-१८८ भावपरिवर्तनकाल ४.३३४ भव्यद्रव्यस्पर्शन ४.१४२ भावपरिवर्तनवार ४.३६४| | भीमसेन भव्यनोआगमद्रव्य १-२६ भावप्रमाण ३.३२,३२ | भक्त १६.३४६,३५० भव्यनोआगमद्रव्यकाल४.३१४ भावबंधक ७.३,५ | भुज भव्य राशि भावमन १.२५९ भजगारबन्ध भव्य सिद्ध १.३९२,३९४ भावमल १.३२ | भुजाकार (भूयस्कार। भव्यसिद्धिक ७.१०६८-३५८ भावमोक्ष १५.२३७ १०.२९१, १५.५० भव्यस्पर्श १३-४,३४ भावमंगल १.२९,३३ | भुजाकार उदय १५.३५५ भव्यानन्त भावयुति १३.३४९ | भुजाकारउदीरणा १५.१५७, भव्यासंख्यात ३-१२४ भावलेश्या १.४३१,१६.४८५; २६० भाग ७-४९५ ४८८ भुजाकारउपशामक १६.३७७ भागलब्ध १४.५२ | भुजाकारबन्ध ६,१८१ भागहार ३-३९,४८,४-७१ भाववेद ५.२२२ | भुजाकार संक्रम १६.३९८ भागहारप्रमाणानुगम१०-११३ भाववेदना १०.८ | भुज्यमानायु६ १९३,१०.२३७ भागाभाग ३-१०१.२०७ भावधुत ८.९१ २४७ भाजित ३-३९,४१,७-२४७ भासत्य १.११८ भुवन भाज्यशेष भावसंक्रम १६-३३५,३४० भत ४.२३२,१३.२८०; २८८ भान ६.४६५,७.५१ | भूतपूर्वनय ६.१२९ भार्य ४-१८ | भावसंयोग ९-१३७,१३८ भूतबलि १३.६६.३८१ भामा १३-२६१ / भावसंसार . ४-३३४ | भूतबलिभट्टारक १५१ भाव. १-२९,५.१८६,९.१३७] भावस्थितिकाल ४-३२२ भमि ४.८ १६८; १३.९१ भावस्पर्श १३-३,६,२४ भेडकर्म ९२५०; १३.९,१०, भाव उपक्रम भावस्पर्शन ४-१४१ . ४१,२०२; १४६ भावकर्म. १३.३६,४०,९०/ भावानन्त ३-१६ भेद ४.१४४; १४-३०,१२१; भावकलंक १४.२३४ | भावानुयोग १-१५८ १२९ भावकलकल १४२३४ | भावानुवाद १३.१७२ भेदजनित १४-१३४ भावकाल | भाषा १३.२२१,२२२ भेदप्ररूपणा ४-२५६ भावक्षेत्र ४.३ भाषागाथा १०.१४३ भदपद १०.१६ भावक्षेत्रागम ४.६ | माषाद्रव्य १३.२१०,२१२ 'भेदसंघात १४.१२१ ३-३८,३९/ भाववर्गणा Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001815
Book TitleShatkhandagama Pustak 16
Original Sutra AuthorBhutbali
AuthorHiralal Jain, Fulchandra Jain Shastri, Balchandra Shastri
PublisherJain Sanskruti Samrakshak Sangh Solapur
Publication Year1995
Total Pages348
LanguagePrakrit, Hindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & Karma
File Size8 MB
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