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6 - मस्तिष्क में रक्तस्राव (Brain Hemorrhage) • निदान और तात्कालिक उपचार :
सी. टी. स्केन अथवा एम.आर.आई. द्वारा तत्काल जाँच करवाना अत्यंत आवश्यक है । साथ ही हेमरेज कहाँ है, कितना रक्त जमा हुआ है, मस्तिष्क में सूजन है या नहीं तथा उसका कारण क्या हो सकता है ? ऐसी तथा अन्य जानकारी भी कई बार इस टेस्ट द्वारा मिल जाती है । जिस मरीज का श्वास व्यवस्थित (नोर्मल) हो और ब्लडप्रेशर अत्यंत अधिक न हो तो. मरीज को अस्पताल ले जाने से पहले अगर शहर में सी. टी. स्केन की सुविधा उपलब्ध हो तो मस्तिष्क का सी. टी. स्कैन करवा के अस्पताल में ले जाना अधिक लाभदायक है, क्योंकि कई बार हेमरेज की आशंका हो तो भी सी. टी. स्कैन में थ्रोम्बोसिस अथवा गांठ, सबड्यूरल हेमरेज या मस्तिष्क का संक्रमण जैसा कोई निदान निकले, तो संपूर्ण ट्रीटमेन्ट अलग अलग होती है । परंतु मरीज की हालत गंभीर हो तो अस्पताल में तात्कालिक उपचार के बाद सी. टी. स्केन करवाना चाहिए ।
किसी भी प्रकार के गंभीर न्यूरोलोजिकल केसो में अधिकांश निष्णात डॉक्टर को घर बुलाने का आग्रह रखने में समय नष्ट करने के बजाय फेमिली डॉक्टर की सहायता से एम्ब्युलन्स द्वारा मरीज को तात्कालिक अस्पताल में भर्ती करना आवश्यक है, अथवा हो सके तो पहले सी. टी. स्कैन के लिए ले जाएँ, इस बात के प्रति पूर्ण जागृति बहुत आवश्यक है। निष्णात डॉक्टर तात्कालिक घर आ सके तो अच्छी बात है लेकिन सामान्यतः उनके आने में २-४ घंटों का अति मूल्यवान समय नष्ट हो जाता है और परिणामस्वरुप उपचार में होने वाले विलंब से मरीज को कभी भरपाई ना होनेवाला नुकसान मस्तिष्क में हो जाता है। अगर फेमिली डॉक्टर भी कदाचित् शीघ्र न आ सके तो श्रेष्ठ उपाय यह है कि मरीज को तात्कालिक नजदीक के अच्छे अस्पताल में इमरजन्सी वोर्ड में ले जाना चाहिए और तब तक योग्य डोक्टर को बुलाने की व्यवस्था कर लेनी चाहिए ।
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