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14- मस्तिष्क में होने वाली गांठ (Brain Tumour)
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उपरोक्त में से एक से अधिक लक्षण / चिह्न हो तो मरीज़ को
गांठ होने की संभावना अधिक होती है ।
निदान :
सही निदान के लिये अधिकांश केसो में
(१) सी. टी. स्कैन ब्रेईन (कोन्ट्रास्ट के साथ) एक पूर्ण जाँच
है । गांठ छोटी हो, मस्तिष्क के पीछे के भाग में हो अथवा सी.टी. स्कैन द्वारा उसका प्रकार पता न चल सके तो ब्रेईन का एम. आर. आई. करवाना चाहिए ।
(२) एम.आर.आई. (मेग्नेटिक रेजोनन्स इमेजिंग) नामक टेस्ट कराने से निश्चित निदान किया जा सकता है और कुछ केसो में वह आवश्यक भी होता है । निश्चित निदान के लिये कभीकभी साथ में एन्जियोग्राफी या एम. आर. स्पेक्ट्रोस्कोपी भी करवानी पड़ती हैं। शरीर में पेसमेकर हो, मेटल का कोई इम्प्लान्ट हो तो एम. आर. आई. नहीं हो सकती है, और ऐसे संजोग में सी.टी. स्कैन ही एक उपाय हैं
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ग्लायोमा : केन्सर की गांठ
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