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________________ 11 - निद्रा-विकार और उपचार (Sleep Disorders) 133 अनिद्रा के उपचार के लिए निद्रा घटायें ऐसे कारणों में बदलाव लाना चाहिए, जैसे कि : केफीनयुक्त पेय, स्टीरोइड तथा मस्तिष्क को उत्तेजित करने वाली दवाई का उपयोग नहीं करना चाहिए । तम्बाकु और बीड़ी-सिगरेट का सेवन भी अनिद्रा का कारण बन सकता है। गंभीर शारीरिक बीमारी, जैसे कि हृदय रोग, पक्षाघात, केन्सर आदि हो जाएगा, ऐसी अप्रस्तुत चिंता और भय को दूर करना चाहिए। कभीकभी अनिद्रा के उपचार करने के बाद जब दवाई बंद करते है तब अनिद्रा की बीमारी पहले से भी अधिक न बिगडे इस बात का ध्यान रखना चाहिए। (२) अस्थिर पैर और पैर का बारबार हलनचलन (restless legs syndrome and periodic leg movement ) : अस्थिर (Restless) पैर के लक्षण जैसे दिखने वाले विकार हमेशां समयसर की निद्रा में विक्षेप करते है । इस प्रकार के लक्षणों में घुटनों पर चलने से होनेवाला दर्द जैसा ही दर्द पैर के पिछले हिस्से और पिंडी में होने की शिकायत मरीज करता है । इन लक्षणों में पैरों की थोड़ी सी हलचल थोड़े समय राहत भी देती है । ऐसे तो यह लक्षण कुदरती है परंतु कभीकभी वह पेरीफेरल न्यूरोपथी (न्यूराइटिस) का संकेत करते है। इसके जैसा ही अन्य विकार अनिद्रा में बारबार पैर की अस्थिर हलचल से होता है, जिसके लिए दिन की अधिक नींद भी कारणभूत है । लोहतत्त्व की कमी (एनिमिया) से पीडित मरीजों में यह बीमारी अधिकतर देखी जाती है। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001801
Book TitleMastishk aur Gyantantu ki Bimariya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSudhir V Shah
PublisherChetna Sudhir Shah
Publication Year2008
Total Pages308
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Science, & Medical
File Size17 MB
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