________________
8 - मूवमेन्ट डिस्ओर्डर्स और डिस्टोनिया (Movement disorders & dystonia) 103 (D) टिक्स ( Tics )
शीघ्र, परिवर्तित आदत जैसी लगनेवाली हलनचलन जैसे कि पलकों को बारी बारी समय समय पर पटपटाना की प्रक्रिया को टिक्स कहते है | पांच प्रतिशत बच्चों में इस प्रकार की आदत होती है, जो तरुणावस्था में समाप्त हो जाती है । किसी दवा के दुष्प्रभाव या वाईरस के रोग से भी ऐसा होता है। लेकिन जो खराब प्रकार के टिक है, Gilles de la Tourettee Syndrome में देखे जाते है जिसमें दर्दी के व्यवहार में परिवर्तन (ADHD, OCD) तथा असभ्य भाषा का प्रयोग भी लक्षण है । इसकी उचित ट्रीटमेन्ट करवानी चाहिए ।
वह
अन्त में कुछ एलोपेथिक दवाई के दुष्प्रभाव से होने वाले मूवमेन्ट डिस्अर्डर्स को ध्यान में लेंगे :
(१) डिस्काईनेजीया फीनोथायेझीन्स, लीवोडोपा, इत्यादि दवाई से होता हुआ कोरीआ, डिस्टोनीआ ।
(२) डिस्टोनिया : न्यूरोलेप्टिक ग्रूप की दवाई से होती हाथ-पैर की विचित्र खिंचाव की अवस्था ।
:
(३) एकीथीसीआ : एन्टिसायकोटिक दवाई से होती हुई एक प्रकार की विषम परिस्थिति ।
(४) पार्किन्सोनिझम : उदा. हेलोपेरीडोल, मानसिक रोगों की दवाई से होता कंपन |
(५) कोरीआ : उदा. गर्भनिरोधक दवाई ।
(६) न्यूरोलेप्टिक मेलिग्नन्ट सिन्ड्रोम : एन्टीसायकोटिक दवाई के दुष्प्रभाव से होता रोग ( बुखार और जकड़न )
(७) टार्डिव डिस्काईनेजीया : न्यूरोलेप्टिक दवाई को लंबे समय लेने पर होता हुआ कोरीआ, डिस्टोनीआ इत्यादि ।
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org