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________________ 92 मस्तिष्क और ज्ञानतंतु की बीमारियाँ चक्कर के साथ बहेरापन हो तो हीस, लेबिरिन्थाइटिस, छोटे मस्तिष्क में रक्त का कम परिभ्रमण या गांठ होना जैसे कारणों की जाँच होनी चाहिए । गांठ सामान्यतः एकोस्टिक न्यूरोमा नामक होती है । जिसमें चक्कर, बहेरापन, असंतुलन, छोटे मस्तिष्क से संबंधित चिह्न इत्यादि होते है, साथ में सिरदर्द और उल्टी भी होती है । मिनीअर्स डिसिज़ में अंतःकर्ण में सूजन के साथ पानी भर जाता है, जिससे कान में चक्कर के साथ सीटी जैसी आवाज़ आए, कान भारी लगे, बहेरापन हो और उल्टी भी हो सकती है । यह सभी कुछ घंटो से लेकर कुछ दिनों तक चलता हैं और फिर मरीज़ ठीक हो जाता है। ऐसा बार-बार हमला हो तो फिर बहरापन और कान में सीटी की आवाज हमेशा आती रहती है । ऐसे मरीजों को नमक, कॉफी, चॉकलेट का सेवन बंद कर देना चाहिए । वयस्क व्यक्तिओं में चक्कर का मुख्य कारण Benign Paroxysmal Positional Vertigo है । जिसमें खड़े होने पर, बैठने पर या सोते समय करवट बदलने से कुछ क्षणों के लिए चक्कर आते है। इसमें सामान्यतः मस्तिष्क में कोई गंभीर तकलीफ नहीं होती । प्रौढ व्यक्तिओं में खड़े होने पर ब्लडप्रेशर कम हो जाने के कारण चक्कर या असंतुलन आता है, जिसे Orthostatic Hypotension कहते है। चक्कर के मरीजों की उपरोक्त कारणों में से सही कारण जानकर सारवार करनी चाहिए। चक्कर के लिए एन्टिहिस्टामिनिक, एन्टिएक्झायटी, एन्टिकोलिनर्जीक, फीनोथायाजिन दवाई से लेकर डाईयुरेटिक और नई दवाई जैसे कि ओन्डेनसेट्रोन का उपयोग किया जाता है । साथ ही योग्य केसो में आहार की सूचना दी जाए, उदा. नमक का कम सेवन । विशेष में चक्कर से संबंधित कुछ व्यायाम भी कुछ केसो में सीखाया जाता है। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001801
Book TitleMastishk aur Gyantantu ki Bimariya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSudhir V Shah
PublisherChetna Sudhir Shah
Publication Year2008
Total Pages308
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Science, & Medical
File Size17 MB
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