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________________ आधाशीशी और अन्य सिरदर्द एवम् वर्टिगो (Migraine, other headaches & vertigo) सिरदर्द मस्तिष्क के रोगो में सर्वाधिक होनेवाला रोग है । यह कहा जाता है की हर एक व्यक्ति को कभी-कभी या बार-बार सिरदर्द होता ही है। अधिकतर प्रत्येक व्यक्ति को कभी-कभी सिरदर्द का अनुभव होता ही है, परंतु किसी को गंभीर सिरदर्द भी हो सकता है । एक प्रतिशत व्यक्ति को सिरदर्द मस्तिष्क में गांठ के कारण हो सकता है। कई व्यक्तिओं को कुछ दिनों या महीनों में एक तरफ का सिरदर्द होता है, जो की आधाशीशी हो सकता है । अगर पिछले कुछ दिनों से सिर दर्द शुरू हुआ है तो सबसे पहले रोजमर्रा की जीवनपद्धति; जैसे की कामकाज, आहार, आराम आदि में किसी प्रकार के बदलाव के कारण तो ऐसा नहीं हुआ, यह देखना जरूरी है । अगर कुछ महीनों से सिरदर्द होता है तो किस कारण इतने समय पश्चात् उपचार की जरूरत पडी यही भी सोचना चाहिए | कई महिलाओं को गर्भनिरोधक गोलियों के सेवन से भी सिरदर्द हो सकता है । ब्लडप्रेशर बढ़ने से भी सिरदर्द हो सकता है । इसलिए सिरदर्द के सभी मरीजों को संपूर्ण शारीरिक तथा मस्तिष्क की जाँच करवानी चाहिए । अगर सिरदर्द के साथ कभी बेहोशी छाये, एक चीज दो दिखाई दे, मिर्गी आए, लडखड़ाना, चक्कर या अंधकार छाए तो विशेषतः सावधान होकर तात्कालिक सी. टी. स्कैन आदि जाँच करवा लेनी चाहिए, यह ब्रेईन ट्यूमर या मस्तिष्क की कोई ओर गंभीर बीमारी हो सकती है । सिरदर्द के चिंताजनक कारणों में मेनिन्जाइटिस, ब्रेईन हेमरेज, ब्रेन ट्यूमर, ब्लडप्रेशर, आर्टराईटिस, मस्तिष्क की सूजन, ब्लड परिभ्रमण में क्षति आदि हो सकते हैं, हालांकि सिरदर्द के बहुत कम केसो में ऐसी गंभीर बीमारी देखने को मिलती है जिनमें उपरोक्त लक्षण सिरदर्द के साथ दिखाई देते हैं । सिरदर्द के साधारण और चिंताजनक नहीं ऐसे Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001801
Book TitleMastishk aur Gyantantu ki Bimariya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSudhir V Shah
PublisherChetna Sudhir Shah
Publication Year2008
Total Pages308
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Science, & Medical
File Size17 MB
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