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________________ मस्तिष्क और ज्ञानतंतु की बीमारियाँ के चिह्न मिटानेवाली दवाई वगैरह तात्कालिक सारवार से रोगी स्वस्थ हो जाता है । कभी (Venous Thrombolysis) थ्रोम्बोलिसीस एवं सर्जरी द्वारा दर्दी बचाया जा सकता है । पर एन्टीको एग्युलनट (Warfarin, Acitrom) दवाई और फीटकी दवाई लम्बे समय तक लेनी पडती है । 82 सुर्खियाँ रक्त की नलिका फटने से, या ऐसे किसी कारण से मस्तिष्क में रक्त की जमावट होती है, और क्षण भरमें दर्दी बेहोश हो जाता है, उसे ब्रेईन हेमरेज कहते है । ज्यादातर केस में अचानक ब्लडप्रेशर बढ़ जाने से ही ब्रेन हेमरेज होता है । अतः BP की यथायोग्य और कायमी सावार करनी जरूरी है । • जोर से सरदर्द होना, उलटी होना, चक्कर आना, आंखो के सामने अंधेरा छाना, मिर्गी आना, लडखडाना या लकवा होना, क्षणभरमें बेहोश होना और श्वास तेजी से चलना यह सब ब्रेईन हेमरेज के चिह्न है । • ऊपर के कोई भी लक्षण गंभीर रुप से नजर आएं तो दर्दी के लिए निष्णात डॉक्टर घर पर बुलाने के बदले तुरंत फेमिली डॉक्टर की सहायता से अस्पताल ले जाना चाहिए । सीटी स्केन और एन्जियोग्राफी नामक टेस्ट इस रोग में जांच का मुख्य माध्यम है । और कई मरीज़ों में सर्जरी की भी आवश्यकता रहती है । • कोर्टीकल वीनस थ्रोम्बोसिस एक खतरनाक रोग है, जिसमें निदान प्रक्रिया जटिल है । समयसर सरदर्द की जाँच और सारवार करना बहुत आवश्यक है । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001801
Book TitleMastishk aur Gyantantu ki Bimariya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSudhir V Shah
PublisherChetna Sudhir Shah
Publication Year2008
Total Pages308
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Science, & Medical
File Size17 MB
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