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अनाहत
अ.
श्री सुपार्श्वनाथ अनाहत यंत्र नं–७
क्षि
सिज्जधम्मे भगवदो विज्झरहंसेमु
काली यक्षि सहिताय
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31.
31.
लं
31.
क्षिं
यंत्र नंश्री चन्द्र
विज्झर महाविज्झर
लं
क्षिं
पासिसु म निपा से स्वाहा
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प्पहस्स
चंदेचंद
मालिनीयक्षी सहितायमम स्त्रि
२०९
ममसर्ववृश्चिक भयंनाशय २ सिद्धि
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यक्ष
पर्व स्वाहा
श्रीं सुपार्श्वनाथाय मातंग
अरहदो सुपारि सस्स
क्षि
בות
क्षिं
पुरुष वश्यं कुरु कुरु स्वाहा
जैनधर्म और तांत्रिक साधना
प्रभायश्यामया
सिज्जधम्में भगवदो
क्षि
हस्स
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ॐ
श्री
चंन्द्र चंदप्प
कुरु २ स्वाहा ॐ ह्रीं
क्षि
ही
ॐ नमोभगवदो अरहदो
ॐणमोभगवदो
31.
31.
लं
31.
क्षिं
31.
'मङ्गलम से साभार
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