SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 98
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ उत्तर एक्ला नाही नेपाल वक्षार गिरि ANSAR RELA 3-31 रायन क्षेत्र नकशा PASSES विजयाई पर्व। and वक्षार गिरि रखता नी : AMAR विदव राई bounlodsney 1IST विजयार्थ पर्वत/ GMT// JAWANI आर्य खण्ड (KEERARTHAND ReliN -- मिल: एगवत क्षत्र NKARYAAVART लेह जड शिस्परी पर्वत मच्छ % 3E A INRAIL रविथ पर्यत CAMERANTHE S HRI. बिदे वतवेतन्य केसरी उत्तरकुरुः Cण Vanda विवार ANSAR AS पश्चिम सातोट २५वप्रा ८वप्रकावती २९गेधा ३० सुगंधा ३१गधिला ३२ गंथमालिनी २६ सुवप्रा IAL २३ कुमुदाए २७महावप्रा२२ नलिनी २४ सरित। २१ शंखा H.R. पचकावती १९ महापा ग१८ सुपद्या १७ पधा - २ सुकच्छा ४ कच्छावती वन ३ महाकच्छाम सागलावर्ता १कच्छा१६ मंगलावती ५ आवता Jul ७ पुष्कला P१० सुबत्मा 1८ पुष्कलावतोHL १५ १४ सुरम्या। १३ राम्या १२वत्सकावती। ११ पहावत्सा ९ वत्सा पीया FER KRISS प ENA 'पियापर्व - PORA IA 14-CA ARRAVAA महामियन् पर्यत । | मझापा HIMAINME । THRI aani HRIER हिमवत् पर्यत ग्लेसष्ठठख ज रखष्ठ RTO SmokORG . A Nण-: ephplace haben भरत क्षेत्र ROीताम SRN - - TAARO सिन्दी प्लेयरDES: आर्य खण्ड लेफसल अपमान C. मनक्षत्र गंगा नच विजयाई पर्वत ला पक्षार गिरि . TATERI 26-मा SAMRA आयाम यक्षार गिरि दक्षिण दिगम्बर जैन पुस्तकालय, सूरत फोन :- (०२६१) ४२७६२१ मोक्ष शास्त्र (तत्वार्थ सूत्र) www.jainelibrary.org Jain Education International For Private & Personal Use Only
SR No.001795
Book TitleMokshshastra
Original Sutra AuthorUmaswati, Umaswami
AuthorPannalal Jain
PublisherDigambar Jain Pustakalay
Publication Year
Total Pages302
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari, Philosophy, Tattvartha Sutra, P000, P005, Tattvartha Sutra, & Tattvarth
File Size12 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy