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________________ 446 Dr. Charlotte Krause : Her Life & Literature सुजण-मण-नयण-आणन्द-सम्पूरकं दुरित-हरतार तारक मुणी-नायकं । सयल-जग-जन्तु-भव-पाप-तापापहं नमउं सीमन्धरं चन्द-सोहावहं ।। 6 ।। सुर-भवणि गयणि पायालि भूमण्डले नयरि पुरि नीरनिहि मेरु-पव्वय-कुले । देव-देवी-गणा नारि-नर-किन्नरा तुह्य जस नाह गायन्ति सादर-परा ।। 7 ।। नाण-गुणि झाण-गुणि चरण-गुणि मोहिया सार-उवयार-सम्भार-संसोहिआ । रयणि दिणि हरिस-वसि सुत्त जागरमणा तात तुह नाम झायन्ति तिहुयण-जणा ।। 8 ।। सिद्धिकर रिद्धिकर बुद्धिकर सङ्करा विषय-विष-अमिय-भर सामि सीमन्धरा । पुव्व-भव-विहिअ-वर-पुन-वय-पामिआ राषि हिव भूरि-भव-भमण मू सामिआ ।। १ ।। कम्म-भर-भार-संसार-अइभग्गउ घणउं फिरिऊण जिण पाय तुह लग्गउ । मज्झ हीणस्स दीणस्स सिव गामिया करवि करुणा-रसं सार करि सामिआ ।। 10 ।। कठिण हठ घाय तिरियत्तणे ताजिउ __नरय-गइ करुण विलवन्त नहु लाजिउ । मणुअ-गइ हीण पर-कम्म-वसि पडियउ __ लागि तुह चरणि आणन्दि हव चडियउ ।। 11 ।। केवि तुह दंसणे देव सिव साहगा केवि वाणी सुणी चरणि भव-मोअगा । भरह-खित्तमि हठं झाणि छउं लग्गउ देहि आलम्बणं नाह जइ जुग्गउ ।। 12 ।। धन्न ते नयर जहिं सामि सीमन्धरो विहरए भविअ-जण-सव्व-संसयहरो । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001785
Book TitleCharlotte Krause her Life and Literature
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShreeprakash Pandey
PublisherParshwanath Vidyapith
Publication Year1999
Total Pages674
LanguageEnglish, Hindi, Gujarati
ClassificationBook_English, Biography, & Articles
File Size11 MB
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