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श्रमण : अतीत के झरोखे में
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ई० सन् १९७० १९७६ १९८२
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लेख दक्षिण भारतीय शिल्प में महावीर मूर्त अंकनों में तीर्थंकर महावीर के जीवन-दृश्य शिल्प में गोम्मटेश्वर बाहुबलि मिश्रीलाल जैन उत्तराध्ययनसूत्र समणसुत्तं समयसार मीना भारती अपभ्रंश का विकास कार्य तथा जैन साहित्यकारों की देन
मीनाक्षी शर्मा • आचार्य सोमदेव का व्यक्तित्व तथा कर्तृत्व
मुन्नी जैन अणगार वन्दना बत्तीसी पंचेन्द्रिय संवाद : एक आध्यात्मिक रूपक काव्य मृगावती श्रीजी एवं साध्वी श्री सुब्रता श्री जी सदा जाग्रत नरवीर मृगेन्द्रमुनिजी 'वैनतेय" अपरिग्रहवाद का यह उपहास क्यों ?
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