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श्रमण : अतीत के झरोखे में
२०१
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अंक
ई० सन्
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लेख श्री कृष्ण 'जुगनू' अपराध की औषधि : क्षमा इन्द्रियनिग्रह से मोक्ष-प्राप्ति कृष्णदत्त बाजपेयी शाजापुर का पुरातात्त्विक महत्त्व
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१९८५ १९८६
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कृष्णमुरारी पाण्डेय सोमदेवसूरि की अर्थनीति-एक समाजवादी दृष्टिकोण कृष्णलाल त्रिपाठी जैन धर्म और प्रयाग रामचन्द्रसूरि और उनका साहित्य कृष्णलाल शर्मा जैनधर्म और व्यावसायिक पूँजीवाद : वेबर की अनुदृष्टि जैन उपाश्रय व्यवस्था और कर्मचारी तंत्र कृष्णा मेहरोत्रा आदर्श गृहस्थी कुमार प्रियदर्शी जीवन के दो पक्ष
१९६७
६५-७२ २७-३३
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