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लेख
श्रमण : अतीत के झरोखे में लेखक डॉ० रामप्रवेश कुमार Prof. S. C. Pande डॉ० शिव प्रसाद डॉ० सागरमल जैन
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ई० सन् १९९७ १९९७ १९९७ १९९७ १९९७ १९९७ १९९७ १९९७ १९९७ १९९७ १९९७
१५९ पृष्ठ ७१-७५ ७६-८२ ८३-११७ १-१९ २०-२९ ३०-५९ ६०-७० ७१-७६ ७७-११२ ११३-१३२ १३३-१४०
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जैन चम्पूकाव्य एक परिचय Ācārya Hemacandra and Ardhamāgadhi पिप्पलगच्छ का इतिहास जैनधर्म में सामाजिक चिन्तन अध्यात्म और विज्ञान जैन, बौद्ध और हिन्दूधर्म का पारस्परिक प्रभाव आचार्य हेमचन्द्र : एक युगपुरुष । सम्राट अकबर और जैनधर्म जैनधर्म में अचेलकत्व और सचेलकत्व का प्रश्न स्त्रीमुक्ति, अन्यतैर्थिकमुक्ति एवं सवस्रमुक्ति का प्रश्न
प्रमाण-लक्षण-निरूपण में प्रमाण-मीमांसा का अवदान __पं० महेन्द्रकुमार 'न्यायाचार्य' द्वारा सम्पादित
एवं अनूदित षड्दर्शनसमुच्चय की समीक्षा आगम साहित्य में प्रकीर्णकों का स्थान, महत्त्व, रचनाकाल एवं रचयिता जैनधर्म में आध्यात्मिक विकास The Heritage of Last Arhat Mahavira
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Charlotte Krause Amarchand
Mahavira
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