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________________ ९८ Jain Education International अंक * २६ २६ २६ १-२ १-२ १-२ * २६ * लेख भगवान् महावीर : समता-धर्म के प्ररूपक आगमिक साहित्य में महावीर-चरित्र महावीर क्षत्रिय पुत्र थे या ब्राह्मण पुत्र? भारतीय पुरातत्त्व तथा कला में भगवान् महावीर कम्भारिया का महावीर-मन्दिर महावीर-सम्बन्धी एक अज्ञात संस्कृत चरित्र महावीरोपदिष्ट परिग्रह परिमाण व्रत भगवान् महावीर का तत्त्व ज्ञान कुवलयमाला की मुख्य कथा और अवान्तर कथाएँ (क्रमश:) जैन दर्शन में प्रमाण का स्वरूप (क्रमश:) जैन दर्शन में नारी मुक्ति जैनधर्म आस्तिक या नास्तिक? (क्रमश:) जैनागम-पदानुक्रम (क्रमश:) ई० सन् १९७४ १९७४ १९७४ १९७४ १९७४ १९७४ १९७४ १९७४ १९७५ १९७५ १९७५ १९७५ १९७५ २६ श्रमण : अतीत के झरोखे में लेखक पं० दलसुख मालवणिया डॉ० कोमलचन्द जैन डॉ० मोहनलाल मेहता श्री शिवकुमार नामदेव श्री हरिहर सिंह श्री अगरचन्द नाहटा श्री जमनालाल जैन कु० मंजुला मेहता डॉ० के० आर० चन्द्र श्री रमेश मुनि शास्त्री कु० चन्द्रलेखा पंत श्री कन्हैयालाल सरावगी डॉ० मोहनलाल मेहता एवं श्री जमनालाल जैन डॉ० के० आर० चन्द्र श्री रमेश मुनि शास्त्री डॉ० प्रमोद कुमार पृष्ठ १८-२७ २८-३३ ३४-३८ ३८-४६ ४७-५२ ५२-५६ ५७-६२ ६३-६७ ३-८ ९-१३ १४-१८ १९-२५ २६-३३ * For Private & Personal Use Only २६ १-२ ه ३. ه २६ २६३ ه ه ه ه कुवलयमाला की मुख्य कथा और अवान्तर कथाएँ(क्रमश:) जैन दर्शन में प्रमाण का स्वरूप (क्रमश:) जैन दर्शन में मोक्ष का स्वरूप ه www.jainelibrary.org ४ ४ १९७५ . १९७५ १९७५ ३-८ ९-१३ १४-२० २६ »
SR No.001784
Book TitleShraman Atit ke Zarokhe me
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShivprasad, Vijay K Jain, Sudha Jain, Asim Mishra
PublisherParshwanath Vidyapith
Publication Year1999
Total Pages506
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Articles
File Size17 MB
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