________________
बाग-बगीचे या खेती-बाड़ी से प्रेम का द्योतक हैं। अवसर मिलते ही ऐसे व्यक्ति खेती-बाड़ी या बगीचे का कार्य करते हैं, अन्यथा अपने रहने के स्थान पर ही फूल-पौधे आदि लगाकर अपनी इच्छा को पूरा कर लेते हैं।
बृहस्पति पर स्वतन्त्र त्रिकोण होने पर यदि छोटा अर्थात् प्रबन्धकर्ता हाथ हो तो व्यक्ति किसी बड़े उद्योग का स्वामी या प्रबन्धक होता है। ऐसे व्यक्ति के आधीन सैंकड़ों आदमी काम करते हैं। उद्योगपति के हाथ में यह त्रिकोण होने पर ये बहुत बड़े उद्योग के स्वामी होते हैं। यदि ऐसे व्यक्ति राजनीति में रूचि रखते हैं तो राजनीति में ख्याति प्राप्त करते हैं व प्रशासन में होने पर मन्त्री, राजदूत आदि पदों पर कार्य करते हैं। ये लोक हित के कार्य करने वाले होते हैं, इनकी सन्तान भी योग्य व उच्च पदों पर कार्य करती है।
शनि पर त्रिकोण, ज्योतिषी, सामुद्रिक, तन्त्र-मन्त्र व गुप्त विधाओं का ज्ञाता होने का लक्षण है। ऐसे व्यक्ति अध्यात्मिक रूचि रखते हैं, इन्हें शिव, रूद्र, गणेश या हनुमान की उपासना में रूचि होती है। हाथ पतला व काला होने पर ये भूत-प्रेत या भैरव आदि की उपासना करते देखे गये हैं।
सूर्य पर स्वतन्त्र त्रिकोण होने पर व्यक्ति शिल्पज्ञ होते हैं। वैज्ञानिक, वैद्य, मकान बनाने वाले राज व ऐसे व्यक्तियों के हाथों में यह त्रिकोण पाया जाता है। यह त्रिकोण ख्याति प्राप्त कराने वाला होता है। इनके विचार गम्भीर व ठोस होते हैं। जो कहते हैं, वही करते हैं। . बुध पर त्रिकोण, वैज्ञानिक, व्यवसायी, वक्ता व सट्टा लगाने वालों के हाथों में मिलता है। रसायन के ज्ञाता व वैद्यों के हाथों में भी बुध पर त्रिकोण पाया जाता
है
मंगल पर त्रिकोण व्यक्ति को दृढ़ निश्चयी, जिद्दी, उत्तम सैनिक या सेना में पदाधिकारी बनाता है। ऐसे व्यक्ति उच्च कोटि के गणितज्ञ तभी होते हैं, जबकि बुध अच्छा हो। सूर्य रेखा उत्तम होने पर चिन्ह अन्तर्ज्ञान-सम्पन्न होने का लक्षण है। हाथ में शोध या मानसिक दक्षता के लक्षण होने पर इन्हें विशेष ख्याति प्राप्त होती है। बुध के नीचे मंगल पर त्रिकोण होना शल्यकार्य में दक्षता का लक्षण है। शल्यकार्य का तात्पर्य चीर-फाड़ आदि कार्यों से है।
बृहस्पति के मंगल पर त्रिकोण होने पर उच्च पदस्थ सेनाधिकारी अथवा राजकीय व्यक्तियों से सम्पर्क रहता है। बृहस्पति उत्तम होने पर यह सेना में उच्च पदस्थ अधिकारी बनाता है। शुक्र पर त्रिकोण होने पर व्यक्ति की स्मृति व स्वास्थ्य श्रेष्ठ होता है। चन्द्रमा पर त्रिकोण आध्यात्मिक रूचि का संकेत है। ऐसे व्यक्ति गुप्त विद्या, जैसे जादूगरी आदि के ज्ञाता होते हैं।
91
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org