SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 167
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ बुध वाले मंगल पर गई हो तो ऐसे सम्बन्ध किसी नजदीकी से होते हैं। यह अवश्य कहा जा सकता है कि ऐसे व्यक्ति रखैल या उप-पत्नी रखते हैं। = मस्तिष्क रेखा में सूर्य के नीचे द्वीप यह द्वीप मस्तिष्क रेखा में सूर्य की उंगली के नीचे पाया जाता है (चित्र-90)। यह व्यक्ति की आंख में रोग का लक्षण है। यदि हृदय रेखा में भी सूर्य की उंगली के नीचे कोई द्वीप हो या वहां बाहर से कोई रेखा आकर हृदय रेखा को छूती हो तो निश्चित ही आंखों में दोष हो जाता है। यह द्वीप यदि गोलाकार अर्थात् वृत्त के आकार का हो तो व्यक्ति अन्धा हो जाता है। ऐसे व्यक्ति की आंख में बाहर से आकर कोई चीज लगती है। सूर्य व शनि की उंगली के बीच मस्तिष्क रेखा में बड़ा द्वीप हो तो इस आयु में व्यक्ति के मस्तिष्क पर बड़ा भार पड़ता है या तो ये उदासीन हो जाते हैं या पागल अन्यथा मस्तिष्क में रसौली या खून का जमाव होकर | --1 लकवा हो जाता है। यह देखने की बात है कि द्वीप चित्र-90 के दोनों ओर की रेखाएं मस्तिष्क रेखा जैसी या मौलिक मोटाई से कुछ कम मोटी होनी चाहिए। मस्तिष्क रेखा में शनि के नीचे द्वीप इस सम्बन्ध में मस्तिष्क रेखा में, शनि के नीचे दोष में बहुत कुछ बताया गया है, परन्तु द्वीप के विषय में इस स्थान पर वर्णन करना आवश्यक है, क्योंकि दोष एक साधारण लक्षण है और द्वीप एक विशेष। अतः । द्वीप के विषय में विशेष रूप से ज्ञान रखने की । आवश्यकता है। शनि के नीचे मस्तिष्क रेखा में कोई भी दोष विशेषतया रोग के विषय में निर्देश करता है (चित्र-91)। अतः जब किसी व्यक्ति के स्वास्थ्य के विषय में अध्ययन करना हो तो यह विशेष रूप से देखना चाहिए कि मस्तिष्क रेखा में शनि के नीचे कोई दोष 166 | --1 चित्र-91 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001758
Book TitleVruhad Hast Rekha Shastra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRajesh Anand
PublisherGold Books Delhi
Publication Year
Total Pages274
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Jyotish, L000, & L025
File Size16 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy