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★ रत्न उपरत्न और नग नगीना ज्ञान *
११५ उसके लिए शुभ है और अगर धारण करते समय मन्द पड़ जाएगी तो अशुभ ।
लाजवर्त यह गहरे नीले रंग का उपरत्न है। इस उपरत्न पर सुनहरे निशान पाए जाते हैं। ये निशान इस रत्न की रचना के समय सोना मक्खी के पत्थर मिल जाने से आ जाते हैं।
इसे धारण करने से हिम्मत बढ़ती है। विषाद रोग दूर भागते हैं और हर प्रकार से मान-सम्मान व सफलता प्राप्त होती है।
मैलाकाइट ___ हरे रंग का एक अपारदर्शक उपरत्न है। इस रत्न में ताँबा अधिक होता है। इस कारण इस रत्न में हैजा, गठिया व उदरशूल जैसे रोगों से रक्षा करने की ताकत होती है।
एमीथिस्ट इस रत्न को हिन्दी में कटेला कहते हैं। यह बैंगनी रंग का रत्न है। यह जितने गहरे रंग का होगा उतना ही लाभप्रद होगा। सब रत्नों में यही एक ऐसा रत्न है जो कभी अशुभ नहीं होता।
यह रत्न धारक को क्रोध, घृणा, वैमनस्य आदि बुरे कामों से रोकता है और जिससे मानसिक शान्ति और सन्तोष मिलता है।
इस रत्न को गले में धारण करने से मूर्छा सम्बन्धी रोग या नींद न आने के रोग दूर हो जाते हैं।
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