SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 303
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Jain Education International प्रधानाचार्य श्री सोहनलालजी महाराज की शिष्य परम्परा गैंडेरायजी (गणावच्छेदक) | विनयचंदजी । काशीरामजी । टेकचंदजी । जमीतरायजी विहारीलालजी बहूसूत्री कर्मचन्दजी ताराचंदजी लाभचंदजी चिंतारामजी गोविन्दरामजी रूपचंदजी श्री माणकचन्दजी आचार्य श्री सोहनलालजी के १२ प्रमुख शिष्यों में से श्री गैंडेयरायजी, श्री विनयचन्दजी, कर्मचन्दजी और श्री काशीरामजी की शिष्य परम्परा चली गैडेयराबजी (गणावच्छेदक) विनयचन्दजी नरपतरायजी २८५ गणी उदयचंदजी नत्थूरामजी कस्तूरचंदजी तप० श्री निहालचंदजी 1 कपूरचंदजी जौहरीलालजी रत्नचन्दजी रधुवरदयालजी निरंजनदासजी प्रवर्तक श्री शान्तिस्वरूपजी दुर्गादासजी भद्रमुनिजी सतीशचन्द्रजी श्रमणसंघीय सलाहकार तपस्वी सुमतिप्रकाशजी For Private & Personal Use Only सत्येन्द्रमुनिजी लखपतरायजी पाचन्दजी श्यामलालजी तपस्वी जमली . उपाध्याय डॉ. विशालमुनिजी | हर्षवर्द्धमुनिजी | सौरभमुनिजी | श्रेणिकमनिजी |दीपचन्दजी आशीषमुनिजी अभिषेकमुनिजी | आगममुनिजी | जयन्तीमुनिजी समकित मुनिजी । देवचन्दको जीवन मुनिकी उपा० रामकुमारजी अचलमुनिजी मणिभद्रजी चेतनमुनिजी स्थिरमुनिजी जाग्रतमुनिजी अश्विनी मुनिजी विचक्षणमुनिजी विरागमुनिजी | पुनीतमुनिजी हेमन्तमुनिजी www.jainelibrary.org - गगनमुनिजी उत्तममुनिजी पदममुनिजी उदितमुनिजी गौतमुनिजी प्रबुद्धमुनिजी परागमुनिजी भरतमुनिजी
SR No.001740
Book TitleSthanakvasi Jain Parampara ka Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSagarmal Jain, Vijay Kumar
PublisherParshwanath Vidyapith
Publication Year2003
Total Pages616
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & religion
File Size10 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy