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(घ) इहलोक व परलोक के वैचित्र्य का आधार - कर्मसिद्धान्त
1 ऋग्वेद में कर्म और पुनर्जन्म 2 उपनिषद में कर्म और पुनर्जन्म 3 बौद्ध दर्शन में कर्म और पुनर्जन्म 4 योग दर्शन में कर्म और पुनर्जन्म 5 न्याय–वैशेषिक दर्शन में कर्म और पुनर्जन्म 6 गीता में कर्म और पुनर्जन्म
जैन दर्शन में कर्म और पुनर्जन्म
समीक्षा सप्तम अध्याय बन्धन और मुक्ति की समस्या और उसका समाधान (क) भूमिका (ख) विशेषावश्यकभाष्य में बन्ध की समस्या और समाधान (ग) विशेषावश्यकभाष्य में मोक्ष/निर्वाण की समस्या और समाधान (घ) जैन एवं जैनेत्तर दर्शन में बन्ध का स्वरुप
1 जैन दर्शन में बन्ध का स्वरुप व बन्ध हेतु 2 उपनिषदों में कर्मबन्ध का कारण 3 बौद्ध दर्शन में कर्मबन्ध का कारण 4 न्याय-वैशेषिक दर्शन में कर्मबन्ध का कारण 5 मीमांसा दर्शन में कर्मबन्ध का कारण 6 सांख्य योग दर्शन में कर्मबन्ध का कारण 7 गीता में बन्ध का कारण 8 . जैन दर्शन में बन्ध का कारण विभिन्न दर्शनों में मोक्ष का स्वरुप 1 उपनिषदों में मोक्ष
न्याय-वैशेषिक दर्शन में मोक्ष 3 सांख्य-योग दर्शन में मोक्ष 4 बौद्ध दर्शन में निर्वाण की अवधारणा
गीता में मोक्ष का स्वरुप 6 जैन दर्शन में मोक्ष का स्वरुप
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