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पार्श्वनाथ विद्याश्रम ग्रन्थमाला : ३४
सम्पादक : डा० सागरम
जयवल्लभकृत धर्म, अर्थ और काम के जीवन-मूल्यों का अनुपम प्राकृत सूक्ति-कोश
वज्जालग्गं (हिन्दी अनुवाद एवं कतिपय गाथाओं पर पुनर्विचार सहित)
अनुवादक विश्वनाथ पाठक एम० ए०, साहित्याचार्य, प्राकृताचार्य
प्रवक्ता हो० त्रि० इण्टर कालेज, टाँडा
फैजाबाद (उ० प्र०)
वाराणसी-५ सच्चं लोगम्मि सारभूयं
प्रकाशक पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान आई० टी० आई० रोड, वाराणसी-५
१९८४
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