________________
४०५
युज्
رو
स्पृश्
१३२
Gaw ww. ० ० ०
रख
९३
2 2 4 4 4 4 4 4 माह का नाम । 4-: 4 4 4 4 4 4
चोप्पड छज्ज राज १०० छड्ड मुच् ९१ छिन्द छिद् २१६ छिप्प छिव , १८२ छिह , १८२ छुन्द आङ्-क्रम् १६० छुप्प छुप २४९ छुह क्षिप् १४३ छेच्छं छिद् ३/१०१ जअड त्वर १७० जमा जागृ जच्छ यम् २१५ जम्प कथ् २ जम्भा अव-जम्भ १५७ जम्म जव यापि
जन् जाण ज्ञा ७ जिबा जि. २४१ जिम जिम्म जिन्ध जि २४२
२५० जीह लज्ज
जुज्ज जुज्झ युध् २१७ সুল जुप्प
खिद्
স্থ वञ्च भुज शद्
भ्रम् १६१ झर स्मृ . झर क्षर झङ्ख सं-तप् १४०
वि-लप् १४८ उपा-लम्भ १५६ नि:-श्वसू २०१
भ्रम् झा ध्यै
जुगुप्स झूर स्मृ
७४ टिरिटिल्ल भ्रम् १६१ टिविडिक्क मण्ड् ११५
उत्-स्था १७ स्था १६
दह २४६ ___ त्रस् १९८
झङ्ख
اس
झण्ट
»
जा
لم
झुण
"
ه
११०
२३०
जीर
و
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org