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उपमिति भव-प्रपंच कथा
वि० सं०
प्रभाचन्द्र भट्टारक के शिष्य थे । इस नाटक की रचना, माघ सुदी ८, १६४८ के दिन, मधूकनगर में हुई थी । 1 ज्ञानसूर्योदय में, बौद्धों का और श्वेताम्बरों का उपहास किया गया है । नाटक की प्रस्तावना में कमलसागर और कीर्तिसागर नाम के दो ब्रह्मचारियों का निर्देश है, जिनकी आज्ञा से सूत्रधार, प्रस्तुत नाटक का अभिनय करना चाहता है ।
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वेद कवि की दो रूपक रचनायें हैं । इनमें से एक 'विद्या - परिणय' में, विद्या तथा जीवात्मा के विवाह का सात अङ्कों में वर्णन है । इसमें, अद्वैतवेदान्त के साथ शृङ्गार रस का मञ्जुल समन्वय प्रदर्शित किया गया है । शिवभक्ति से मोक्ष प्राप्त होता है, यह बतलाना ही नाटक का प्रमुख उद्देश्य है । इसमें जैनमत, सोम- सिद्धान्त, चार्वाक और सौगत आदि पात्रों की अवतारणा 'प्रबोध - चन्द्रोदय' की शैली पर की गई है ।
दूसरी कृति 'जीवानन्दन 2 में भी सात अङ्क हैं । और, इनमें, गलगण्ड, पाण्डु, उन्माद, कुष्ठ, गुल्म, कर्णमूल आदि रोगों का पात्र रूप में चित्ररण है । शारीरिक व्याधियों में राजयक्ष्मा सबसे बढ़ कर है । इससे छुटकारा, सिर्फ पारद रस के प्रयोग से मिलता है । स्वस्थ शरीर से स्वस्थ चित्त और स्वस्थ चित्त से आत्मकल्याण में संलग्न रह पाना सम्भव होता है । इसमें, अध्यात्म और आयुर्वेद दोनों के मान्य तत्त्वों का प्रतिपादन किया गया है ।
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वेद कवि, तंजौर के राजा शाह जी ( १६८४ - १७१० ई० ) तथा शरभो जी इनका असली नाम श्रानन्दराय मखी इनकी प्रसिद्धि 'वेद कवि' के रूप में
इनके प्रथम नाटक का रचनाकाल रचना काल अट्ठारहवीं शताब्दी का
( १७११ - १७२० ई० ) के प्रधानमंत्री थे । था । ये शैव थे और सरस्वती के उपासक थे । थी । इनका समय १८वीं सदी का प्रथमार्ध है १७वीं शताब्दी का अन्त, और दूसरे नाटक का आरम्भ माना गया है ।
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इसी तरह, नल्लाध्वरी ने भी 'चित्तवृत्तिकल्याण' और 'जीवन्मुक्तिकल्यास ' नामक दो प्रतीक नाटकों का प्रणयन किया था । नाटककार, गणपति के उपासक थे ।
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२.
तत्पट्टामलभूषणं समभवद् दैगम्बरीये मते, चञ्चद्बर्हकरः सभातिचतुरः श्रीमत्प्रभाचन्द्रमाः । तत्पट्टे ऽजनि वादिवृन्दतिलकः श्रीवादिचन्द्रो यतिस्तेनायं व्यरचि प्रबोधतरणिः भव्याब्जसंबोधनः ।। वसु-वेद-रसाब्जाङ्क वर्षे माघे सिताष्टमी दिवसे । श्रीमन्मधूकनगरे सिद्धोयं बोधसंरम्भः ||
अडयार से १६५० ई० में 'काव्यमाला' में प्रकाशित । १९५५ में काशी से प्रकाशित ।
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- ज्ञान सूर्योदय- प्रस्तावना तथा हिन्दी अनुवाद के साथ
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