________________
४२३
वार-लक्षणम् नव्यमतानुसारी मुहूर्तचिन्तामण्युक्तवारदोषज्ञापकयन्त्रम् । मुहूर्त रवि सोम मंगल बुध | गुरु शुक्र ।
शनि
का
7
कं
अकादु
य
कुदु
अका
कुद
का
का । अय
अ
का
ज
अ
टिप्पण-अ-अर्धयाम, का-कालवेला, कु-कुलिक, के-कंटक, य-यमघंटनो सूचक अक्षर छे. आ मुहूर्तो दिनमानना सोलमा भाग जेटला जाणवा. दु-दुर्मुहर्तो दिनमानना पंद्रमा भागना लेवा.
आधुनिक चोघडियां क्याथी आव्यां? आजकाल अतिपरिचित थयेलांआपणां-उद्वेग, अमृत, रोग, लाभ, शुभ, चर, काल-ए वारगत चोघडियाओ क्याथी आवी चढ्यां ए एक विचारणीय प्रश्न छ, प्राचीन संहिताओमां तो शुं पण लल्लथी
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org