SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 425
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Jain Education International ऽदेता. For Private & Personal Use Only झ १०८ टि टु डि डु डे डो महा १।। ऽता अनंत २।। प्री अजित २॥ आदि२॥, धर्म आदि २! अजित २॥ नेमि ॥ ऽदेता ६८ ऽदेता ०॥ ऽदेता, अनंत २।।ऽदेता देता अर२॥प्री६८ अनंत २॥ऽता, अर २॥ नमि ॥ ऽता अर २॥ धर्म ॥ऽता धर्म ॥ नमि १ प्री नमित्री ९।५/अनंत २॥, अर अजित २॥ प्री अजित २॥ प्री आदि २॥ प्री सुविधि २ प्री २॥१२ ऽता, आदि सभी प्री६।८ऽता ९५ ९५ ६८ ऽता ६८ वयो बब मल्लि १॥ प्री ९५ धम।। पी२।१२ शीतल २ वर शंभव २ बव अनंत २॥ श्री २।१२ ऽता. ऽदेता शंभव २ - ९५ ऽता बव अर २॥ आदि२॥ पो९ शंभव २ ऽता बव शीतल २ ऽदेता। शांति २ बग ५,शांतिरप्री ९ श्रेयांस २ प्री बव, श्रेयांस २ बब ऽता 14वत्र, शीतल ९।५ बव प्री ९।५ बव २प्री ९।५ बब अभिनंदन-अ- महावार- चन्द्रप्रभ ऽदेता विमल ऽदेता चन्द्रप्रभ ऽता महा ऽता पद्म देता नंत अर-अजि- वर्धमान विमल श्री ६८ चंन्द्रप्रभ ऽदेत। विमल ना बर्द्ध ऽता महावगऽदेता त ऽदेता, आ- श्री २०१२ ऽदेता, महावीर महावीर- मुनिसुव्रत प्री मल्लि ऽता विमल प्री ९।५/३४ दिऽता, वर्धमा- मल्लिपी २०१२ मुनिसुव्रत पी. ९५ कुंथु ऽग ऽता बग नऽता, विमल प्री ९।५. ९।५ चंद्र प्री ९।५ऽग श्रेयांस ऽदेता ऽयो। [ कल्याण-कलिका-प्रथमखण्डे www.jainelibrary.org
SR No.001722
Book TitleKalyan Kalika Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKalyanvijay Gani
PublisherK V Shastra Sangrah Samiti Jalor
Publication Year1987
Total Pages702
LanguageSanskrit, Gujarati
ClassificationBook_Devnagari, Ritual_text, Ritual, Shilpvastu, & Muhurt
File Size11 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy