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विषयानुक्रम
द्वार-संख्या
पृष्ठांक
१७१ १७१-१७४ १७५-१७७
१७७ १७७-१७८
१७९ १७९-१८०
१८० १८०-१८१ १८१-१८२ १८२-१९० १९०-१९१
१९१
विषय श्राविका संख्या अधिष्ठायक अधिष्ठायिका शरीरपरिमाण लांछन जिन वर्ण व्रती-परिवार आयु-प्रमाण मोक्ष-परिवार निर्वाण-स्थल अन्तरकाल तीर्थविच्छेद आशातना-१० आशातना-८४ प्रातिहार्य अतिशय अठारह दोष अर्हच्चतुष्क निष्क्रमण तप केवलज्ञान तप निर्वाण तप भावी तीर्थंकर तीन लोक में सिद्ध एक समय में सिद्ध सिद्ध भेद
अवगाहना लिंगसिद्ध निरन्तरसिद्ध तीन वेद सिद्ध संस्थान
१९१-१९५ १९५-१९८ १९८-२०१ २०१-२०२
२०३ । २०३ २०४
२०४ २०४-२०७ २०७-२०८
२०८ २०९-२१० २१०-२११ २११-२१२ २१२-२१३ २१४-२१६ २१६-२१७
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