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________________ नन्द ४०४ पुरुदेवचम्पूप्रबन्धे धनदत्ता३.(२९).१०६ नाभि ४.(२)१४१ धनमित्र सेठकी माता __ भगवान् वृषभदेवके पिता धनदेव३.(५४).१३१ नामिराज ४.३१.१६१ केशवका जीव भगवान् वृषभदेवके पिता धनमित्र३.(१२).१०१ नामिक्ष्मारमण ५.२०.२०७ वज्रजंघका श्रेष्ठी नाभि राजा धनवती३.(३३).१०७ निधिपति ९.१.३२१ हस्तिनानगरके एक वैश्य सागर चक्रवर्ती भरत दत्तकी स्त्री निधीश ९.१८.३३५ धनश्री २.(२७).६१ भरत चक्रवर्ती देवल और सुमतिकी पुत्री निर्जरपति ४.७०.१८५ धनेश्वरसती ४.३८.१६५ सौधर्मेन्द्र मरुदेवी निर्नामिका २.(२५).६० धति ४.२७.१५९ नागदत्त और सुदतीकी छोटी पुत्री एक देवी श्रीकान्ताका दूसरा नाम नीलांजना ७.(३२).२६९ [न] सुरनर्तकी २.(२५).६० ___नागदत्त और सुदतीका पुत्र नन्दिमित्र २.(२५).६० नागदत्त और सुदतीका पुत्र पण्डिता २.(१६).५६ नन्दिषेण २.(२५).६० श्रीमतीकी धाय नागदत्त और सुदतीका पुत्र पारिषद ४.(७८).१७३ नन्दिषेण ३.(८६).१२७ देवोंका एक भेद वरसेनका पिता पिहितानव ३.(२५).१०५ नमि ८.(१०).२८४ एक मुनि राजा कच्छका पुत्र पिहितानव २.(२६).६० नाकराज ७.(१७).२५९ अम्बरतिलक पर्वतपर विराजमान सौधर्मेन्द्र एक मुनि नाकाधिराज५.२९.२१३ पिहितानव २.३४.७५ सौधर्मेन्द्र ___एक मुनि नागदत्त२.(२५).६० पिहितास्वव २.(५४).७१ पाटलिग्रामका एक वणिक एक मुनि नागदत्त३.(३५).१०८ पीठ ३.(९८).१३१ वानरका पूर्वभव अकम्पनका जीव नागबर्हिमुख९.(४८).३४४ पुण्डरीक ३.(९).१०० देवविशेष वज्रदन्त चक्रवर्तीके पुत्र अमिततेजनाव्यमाल ९.(५७).३४७ का पुत्र खण्डप्रपात गुहाका स्वामी एक पुरुदेव १.७४.४७ देव भगवान् वृषभदेव [५] Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001712
Book TitlePurudev Champoo Prabandh
Original Sutra AuthorArhaddas
AuthorPannalal Jain
PublisherBharatiya Gyanpith
Publication Year1972
Total Pages476
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari, Story, & Literature
File Size12 MB
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