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पूज्यश्री काशीराम जैन ग्रंथमाला : प्रथम पुष्प
पाइअ - लच्छीनाममाला ( प्राकृत - लक्ष्मी नाममाला )
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: प्रणेता : महाकवि धनपाल
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संपादक और संशोधक बेचरदास जीवराज दोशी
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