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________________ ७०. उत्तराध्ययनवृत्ति- नेमिचन्द्र पुष्पचन्द्र खेमचन्द्र, वालद १९३७. ७१. उत्तराध्ययनवृत्ति शान्तिसूरि देवचन्द लालभाई सिरीज, बम्बई १९१६. ७२. विपाकसूत्र आगमोदय समिति, बम्बई १९२०. ७३. विपाकसूत्रवृत्ति अभयदेव आगमोदय समिति, बम्बई १९२०. ७४. विशेषावश्यकभाष्य ऋषभदेव केशरीमल, रतलाम १९३६. ७५. विशेषावश्यकभाष्यवृत्ति कोट्याचार्य ऋषभदेव केशरीमल, रतलाम १९३६. ७६. व्यवहारसूत्रभाष्य केशवलाल प्रेमचन्द, १९२६-८. ७७. व्यवहारसूत्रवृत्ति मलयगिरि केशवलाल प्रेमचन्द, १९२६-८. ७८. उपदेशमाला-सटीका (हयोपादेया) टीकाकार : श्रीमत् सिद्धर्षिगणि प्रकाशक : हीरालाल हंसराज श्री जैन भास्करोदय प्रेस, १९३९. ७९. उपदेशमाला (बालावबोध अन्वयसहित) अहमदाबाद युनाइटेड प्रिन्टिंग एण्ड जनरल एजेंसी कं. लि. मामा कल हवेली के मध्य सं. १९३४. ८०. उपदेशमाला भाषान्तर (मूल गाथाएं उनका और श्रीरामविजयगणि की सम्पूर्ण टीका का गुजराती अनुवाद) प्रकाशक : श्री जैन धर्मप्रसारक सभा, भावनगर १९१०. ८१. श्री उपदेशमाला- श्री रामविजयगणि हीरालाल हंसराज (जामनगरवाला), सं. १९६६. ९४ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001706
Book TitleUpdeshmala
Original Sutra AuthorDharmdas Gani
AuthorDinanath Sharma
PublisherShardaben Chimanbhai Educational Research Centre
Publication Year2000
Total Pages228
LanguageHindi, Prakrit
ClassificationBook_Devnagari, literature, & Sermon
File Size11 MB
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