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१८.
चामुण्डा-चाउँडा। यमुना-जउँणा।
य' का परिवर्तन 'य' को 'माह' कतिपय-कइवाह । - (पलि भाषा में 'कतिपयाह' शब्द का 'कतिपाह' रूप बनता है। देखिए-पा० प्र० पृ० ६२-नियम-६४) 'थ' को 'ज' उत्तरोय-उत्तरिज, उत्तरी ।
तृतीय-तइज, तइन। द्वितीय-बिइज, बीअ। करणीय-करणिज, करणी।
पेया-पेजा, पेत्रा। 'य' को 'त' युष्मद्-तुम्ह ।
युष्मदीय-तुम्हकेर।
युष्मादृश-तुम्हारिस । 'य' को 'र' स्नायु-एहारु ।
(पालिभाषा में भी 'य' को 'र' होता है। देखिए-पा० प्र० पृ० ४७-टिप्पण-स्नायु-सिनेरु)
'य' को 'ल' यष्टि-लहि ।
(पालिभाषा में भी 'य' को 'ल' होता है। देखिए-पा० प्र. पृ० ६३-५-ल)
'य' को 'व' कतिपय-कइअव ।
(पालिभाषा में '५' को 'व' होता है। देखिए-पा० प्र० पृ० ६३-य-व)
१. हे० प्रा० व्या० ८।१।२५०, २४८, २४६, २४७, २४६ ।
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