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पृष्ठांक
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१७
२५४
२२७
२६७
८७
६४
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( ४५ ) शब्द अर्थ
पृष्ठांक शब्द अर्थ परिन्नाय
पवयण%Dप्रवचन परिवहन (पालि) ७७ पवय् (धा०)
२४४ परिवुडो
१६५ पवस् (धा०) परिव्वय् (धा०)
२८३
पवहण परिषत् (सं०)
१३३
पवासि परिसु-कुल्हाड़-कुठार
पन्वय
२१० परिसोसिअ
२४३ पसत्थ-प्रशस्त परिसोसिय
२४३ पस्स् (धा०)
२८६ परिहर् (धा०) २१४ पसु
२६८ परुस कठोर
४६ पस्खलदि (मा० क्रि०) स्खलित परोप्पर परस्पर १६, ७१,८८
होता है परोह अंकुर
पस्ट (मा०)=पट्ट-पट्टा पलक्ख-पिप्पल वृक्ष
पहपंथ-मार्ग पलि
पहार
२२६ पलिअ-श्वेत केश
४७ पलिघ-परिघ
पहुडि-प्रभृति-वगैरह
५३ पलिघो= ,
पा (धा०)
१५०, २६२
पाअ पलिल श्वेत केश
२६२ पलीव-प्रदीप
१ पाइक्क पदाति-पैदल सेना ८४ पल्ल-उलटा पलटा
८३ पाउरण=प्रावरण-कपड़ा
७०, ७७, ८० पल्लत्थ= "
७०, ८० पाउस पावस-वर्षा ऋतु ८४, ३२७ पल्लस्थिका पलथी
पाउसो= ,
८६ पल्लाणघोड़े का साज ५२,८०, २६३ ।। पाऊण
२८२ पल्हाअप्रह्लाद ७३, २२६ पाओण-पौना-ol पल्हाद ,
२२६ पाट (धा०) पवह प्रकोष्ठ-हाथ का पहुँचा ४४ पाडलिपुत्त
२२७
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८६
१६५
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