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( ३५६ ) भरणाविज्जई
भरणावीमई, इत्यादि। इसी प्रकार :
सुस्सूसंतो (शुश्रूषन्), चंकमतो (चक्रमन् ।,
सुस्सूसमाणो (शुश्र षमाणः), चंकममाणो (चक्रममाणः), सुस्सूसिज्जन्तो )
. चंकमिजतो. )
... चंकमिज्जमाणो ( ( चंङ्क्रम्यसुस्सूपीअतो सुस्सूसोप्रमाणो
चंकमीप्रमाणो) इत्यादि रूप समझ लेना चाहिये।
सुस्सूसिज्जमाणा (शश्र ष्यमाण:)
कमोग्रतो
माणः ।
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