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( २७० )
अव्यय
इत्थं ( इत्थम् ) = इस प्रकार |
तु ( तु ) = तो ।
इह ( इह ) = यहाँ ।
दाणि, दाणि, इयाणि, इयाणि ( इदानीम् ) = अब इस समय,
आजकल ।
ईसि, ईसि ( ईषत् ) = ईषत्, थोड़ा, संकेतमात्र ।
एअं ( एतत् ) = यह ।
उप्पि, अवरि, उर्वार, उवरि ( उपरि )
धातुएँ
वि + हर् (वि + हर् ) = विहार करना, घूमना, पर्यटन करना ।
डस् ( दंश् ) = डसना, दंश मारना ।
प्र + गब्भ ( प्र + गल्भ ) = प्रगल्भ होना, शेखी मारना, बढ़-बढ़ कर बात करना ।
अपने
- देव की भाँति रहना, = अमर को अमर समझना ।
अइ + वाअ ( अति + पात ) = अतिपात करना, नाश करना । वि + सीअ (वि + षीद ) = विषाद पाना, खेद करना, खिन्न होना ।
अमराय, अमरा ( अमराय )
= ऊपर ।
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कत्थ ( कत्थ ) = कहना |
फुट्ट ( स्फुट ) = स्फुट होना, खिलना ।
वि + चिन्त् (वि + चिन्त ) = चिन्तन करना, सोचना ।
विघ् ( विध्य ) = बोंधना, छेदना, भेदन करना ।
उ + क्कुद्द ( उत् + कूर्द ) = ऊँचा कूदना |
भज्ज्, भंज् ( भञ्ज )
=
= भाँगना, तोड़ना, फोड़ना ।
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