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पसु (पशु) = पशु । विहु (विधु ) = विधु, चन्द्र । वसु ( वसु )= वसु, धन, पवित्र मनुष्य । संभु ( शम्भु ) = शंभु, सुख का स्थान, महादेव । संकु ( शङ्क) = शंकु-कीला, खीला ।
सामान्य शब्द (पुल्लिङ्ग) मग ( मार्ग )= मार्ग, रास्ता । मार ( मार )= मारनेवालो-तृष्णा । दुस्सीस (दुझिशष्य )= दुष्ट शिष्य, दुष्ट विद्यार्थी । दुस्सिस्स . ववहारिअ ( व्यावहारिक )= व्यापारी । थेर ( स्थविर ) = स्थिर बुद्धि वाला, वयोवृद्ध सन्त । गग्ग ( गार्य )= गर्ग का पुत्र-गार्य-एक ऋषि । वेवाहिअ ( वैवाहिक ) = लड़के अथवा लड़की के ससुरालवाले । ववहार ( व्यवहार ) = व्यवहार । कंसआर, कंसार ( कांस्यकार ) = कसेरा, ठठेरा, बर्तन बेचनेवाला । लेहसालिअ ( लेखशालिक ) = पाठशाला में पढ़नेवाला विद्यार्थी। सुमिण, सिमिण, सुविण, सिविण ( स्वप्न )= स्वप्न । गणहर, गणधर ( गणधर ) = गणधर, गण-समूह की व्यवस्था करने
वाला आचार्य । अणागम, अनागम ( अन् + आगम ) = न आना, अनागम । कण्ण ( कर्ण) = कर्ण, कान । विराग (विराग ) = वैराग्य, अनासक्ति, उदासीन वृत्ति । विप्परियास ( विपर्यास )= विपर्यास, भ्रान्ति, विपरीतता । सढ ( शठ )=शठ, धूर्त ।
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