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१.
पुज्ज् ( पूर्व ) - पूरा करना । धना ।
विज्झ (विध्य ) गिज्झ ( गृध्य ) - ललचाना । कुज्झ ( क्रुध्य ) — क्रोध करना । सिज्झ ( सिध्य ) - सिद्ध होना । नज्झ (नह्य) – बाँधना ।
जुज्झ ( युध्य ) - जूझना, युद्ध करना ।
बोह (बोध) -- बोध होना, जानना, ज्ञान होना ।
वह ( वध ) - वध करना, जान से मारना, प्राणों का हनन करना ।
सोह (शोभ) - शोभना, शोभित होना ।
खाद् खाय्
पाचवाँ पाठ
} (खाद ) —खाना ।
कह (कथ ) —— कहना |
"
कुह ( कुथ) - सड़ना ।
बाह (बाघ) - बाधा करना, अड़चन - रुकावट डालना ।
लिह (लिख) — लिखना ।
•
लहू ( लभ ) - लेना, प्राप्त करना ।
सिलाह ( श्लाघ ) -- श्लाघा करना, सराहना, प्रशंसा करना । सोह, (शोध) --शोधना, शुद्ध करना, साफ करना ।
देखिए पृ० ६६
नियम ८ ।
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५ ।
२. पृ० ६७ नियम ६ । ३. पृ० ३७
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