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समर्पण
जे महापुरुषे संसारसागरमांथी उद्धार करी संयमनौकामां आरोहण कराव्यु, जेओ मारी जीवननौकाना काबेल सुकानी छे, जेओ श्रीनी निःसीमकृपाथी हुं अल्पज्ञ आ 'खवगसेढी' महाग्रन्थनु' सर्जन -सम्पादन करी शक्यो छु, ते अनन्त उपकारी जैनशासनना परमप्रभावक कर्मशास्त्र निष्णात सिद्धान्तमहोदधि सुविशालगच्छाधिपति आचार्यदेव -
श्रीमदूविजय प्रेमसूरीश्वरजीमहाराजाना
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पवित्र करकमलमां
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शिशु गुणरत्न विजय.
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