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आचारदिनकर (भाग-२) 169 जैनमुनि जीवन के विधि-विधान
आचार्य वर्द्धमानसूरिकृत “आचारदिनकर" में यतिधर्म के उत्तरायण में अहोरात्रि चर्या कीर्तन नामक तीसवाँ उदय समाप्त होता
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