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________________ Jain Education International चूरू For Private & Personal Use Only 936 चूरू दीक्षा क्रम साध्वी-नाम जन्मसंवत् स्थान | पिता-नाम गोत्र दीक्षा संवत् तिथि | दीक्षा स्थान | विशेष-विवरण श्री धनकंवरजी 1967 लाडनूं वृद्धिचंद्रजी फूलफगर | 1978 मा. कृ. 8 | लाडनूं सूत्र,स्तोकादि कंठस्थ,कार्यदक्ष,तप-संख्या 3097,प्रतिदिन 5 हजारगाथाओंकास्वाध्याय श्री मगनांजी | 1967 छापर हजारीमलजी बैद |1978 चै. कृ.6 | सुजानगढ़ |11 वर्ष की सुहागिन वय में दीक्षिता साध्वी, तप-संख्या681,संवत्1995 सूरपूरामेस्वर्गस्थ श्री मनोरांजी 11958 सुजानगढ़ | मोतीलालजी कोठारी|1979 भा. शु. 10 बीकानेर सजोडे दीक्षा, 38 वर्ष में कल 2277 दिन | तप के, अंत में अनशन द्वारा राजनगर में पंडितमरण श्री बालूजी 1968 राजगढ़ | हीरालालजी पुगलिया| 1979 भा. शु. 10 बीकानेर | सरल, निष्ठाशील श्री मानांजी |1949 राजलदेसर | नवलचंदजी कोठारी | 1980 का.कृ.7 जयपुर | संवत् 2011 पहुना में स्वर्गस्थ श्री रायकंवरजी |1971 चाड़वास | पूरखचंदजी छाजेड़ |1980 का. कृ.7 जयपुर | अग्रणी के रूप में विचरी श्री लिछमांजी | 1969 लाडनूं | भूरामलजी खटेड | 1981 भा. कृ. 13 संवत् 2041 तक 402 उपवास व पचोले तक तप श्री जडावांजी | 1949 छापर | अमींचदजी सेठिया |1981 का. शु. 5 | तप 1 से 9 तक लड़ी,14,15 उपवास, तप के कुल दिन 2661, पंडितमरण 2024 में श्री सिरेकंवरजी | 1949 फतेहपुर | जेसराज दूगड़ | 1981 का. शु. 5 संवत् 1985 बीदासर में पंडित मरण, चार वर्ष में 222 दिन तप किया। 10श्री मनोरांजी | 1954 छापर | नानकरामजी सिंधी | 1981 का. शु. 5 संवत् 2019 राजनगर में दिवंगत, तप 1838 उपवास,83 बेले,4 तेले,9 चोले,4 पंचोले |श्री मालूजी 1957 राजलदेसर | भौमराजजी बैद 1981 का. शु. 5 | चूरू अग्रणी, शासनप्रभाविका, संवत् 2036 डीडवाना में स्वर्गस्थ श्री चांदकंवरजी | 1970 मोमासर | दीपंचदजी संचेती | 1981 का. शु.5 आगम बत्तीसी का तीन बार वाचन, सात | सूत्र व कई ग्रंथों को लिपिबद्ध किया। oश्री हरकंवरजी |1964 बीदासर | खूबचंदजी नाहटा 11981 मृ.शु.2 । | फतेहपुर | मिलनसार, संवत् 2038 पारलू में अनशन के साथ स्वर्गवास 86. |118 10श्री जड़ावांजी 1946 सरदारशहर | चूनीलालजी गीया | 1981 मा. शु. 14 | | पति मुनि लिखमीचंदजी के साथ दीक्षा हुई, संवत् 2021 लाडनूं में स्वर्गस्थ चूरू पल जैन श्रमणियों का बृहद इतिहास www.jainelibrary.org
SR No.001693
Book TitleJain Dharma ki Shramaniyo ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijay Sadhvi Arya
PublisherBharatiya Vidya Pratishthan
Publication Year2007
Total Pages1076
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Biography
File Size24 MB
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