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क्रम सं दीक्षा क्रम
100.
101.
102.
103.
104.
119
121
123
124
125
साध्वी-नाम
० श्री गौरांजी
श्री पारवतांजी
जन्मसंवत् स्थान
- समदड़ी 1938 जसोल
श्री संतोकांजी
पिता - नाम गोत्र
सागरमलजी भंसाली
जैतरुपजी गांधी
श्री मोतांजी
रतनगढ़
हेमराजजी सिंघी
श्री कुन्नाणांजी 1949 सरदारजहर इन्द्रचंदजी चोरड़िया
1957 सरदारशहर नथमलजी नौलखा
दीक्षा संवत् तिथि
1965 मा. शु. 7
1965 फा. शु. 1
1965 भा. शु. 10
1965 भा. शु. 10
1965 भा. शु. 10
दीक्षा स्थान
लाडनूं
लाडनूं
लाडनूं
लाडनूं
लाडनूं
विशेष- विवरण
संवत् 1975 'पचपदरा में स्वर्गस्थ
तप के कुल दिन 1673 संवत् 2006 'मलसीसर' में दिवंगत
संवत् 1967 में स्वर्ग-प्रस्थान
एकनिष्ठ, अग्रणी प्रभाविका, तप-1 से 5 और अठाई, संवत् 2015 'पीपाड़' में पंडितमरण
पांच आगम कंठस्थ, एक दिन में 100 पद्य कंठस्थ किये, डेढ़ हजार गाथाओं का रोज स्वाध्याय तप संख्या 386, संवत् 1983 'चूरू' में दिवंगत ।
जैन श्रमणियों का बृहद इतिहास