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क्रम सं | दीक्षा क्रम साध्वी-नाम 131. | 141 श्री दोलांजी
| जन्मसंवत् स्थान | पिता-नाम गोत्र | दीक्षा संवत् तिथि | दीक्षा स्थान | विशेष-विवरण चरपटिया मोटजी नवलखा | 1928 मा. शु. 10 |जयपुर उपवास से दस दिन तक लड़ीबद्ध तप,
संवत् 1966 माघ शु. 14 लाडनूं में
तेरापंथ परम्परा की श्रमणियाँ
बरवाड़ा गुसाईंसर सीकाणा
संवत् 1965 में दिवंगत | सजोड़े दीक्षा, संवत् 1975 में दिवंगत
बीदासर
श्री वदनांजी श्री चनणांजी श्री मानकंवरजी श्री अमृतांजी श्री चिमनांजी श्री बगतूंजी
ऊदोजी पोरवाल | 1928 -
1929 - - अग्रवाल 1929 का. शु. 10
1929 - - लोढ़ा 1929 म. कृ. 12 अग्रवाल
1929 पो. शु.4
फलौदी
लाडनूं लाडनूं
जयपुर
बीकानेर
श्री गुलांजी श्री चौथांजी
1929 - 1929 वै. कृ. 11
बीदासर | बीदासर
संवत् 1975 आमेट में स्वर्गस्थ उपवास से 17 तक क्रमबद्ध तप, संवत् 1956 में दिवंगत संवत् 1937 में स्वर्गस्थ अग्रणी,स्वहस्त से दो दीक्षाएं दी, संवत् 1975 चाड़वास में स्वर्गस्थ 17 उपवास, 12 बेले,4 तेले, एक 16 का तप, स्वर्गवास संवत् 1941 में
रीणी
- छाजेड़
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|श्री छगनांजी
कुचामण
|-सरावगी
1929 आषा. कृ.3 | बीदासर
loश्री गोरखांजी
श्री चंपाजी श्री ज्ञानांजी
फलौदी पेटलावद कुंवाथल
-निमाणी 1929 आषा. शु.9 | हुक्मीचंद चोपड़ा | 1930 पो. कृ. -
| 1930 वै. शु.3
| चित्तौड़
-खाब्या
पिता भी दीक्षित,संवत् 1945 के बाद दिवंगत तप-4,9,15,16,18,21,23,27,30,
32 दिन का,संवत् 1974 मोमासर में दिवंगत | अग्रणी, तप के कुल दिन 2274,डीडवाना में संवत् 1984 में 3 दिन के अनशन सह दिवंगत
1540श्री नापूँजी
खींचन
- बोथरा
1931 भा. शु. 15
खींचन
1931 आसो. कृ.9
Joश्री रूपांजी 146. 1560 श्री हरखूजी
ऊतलोण फलौदी
-लोढ़ा - लुंकड़
1931 म. कृ.1
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खींचन/फलौदी] 15 उपवास,स्वर्गवाससंवत् 1967 डूंगरगढ़