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________________ क्रम | साध्वी नाम जन्म संवत् स्थान पिता का नाम गोत्र | दीक्षा संवत् तिथि दीक्षा स्थान Jain Education International 79. A] श्री मंगलाकंवरजी | बड़ावदा सौभाग्यमलजी सांड | 2024 आसो. शु. 2] दूर्ग श्री चमेलीश्रीजी 81. O| श्री शकुन्तलाजी ०/ श्री जतनकंवरजी 83.0/ श्री छगनकंवरजी | 1998 बीकानेर 2010 बालेसर 2005 हिंगनघाट 1- दांता | किशनलालजी गोलछा | 2025 27. शु.5 | संपतलालजी सांखला | 2024 मृ. कृ. 6 | हीरालालजी नाहर | मोडीलालजी पोखरना | 2026 वै. शु. 7 photo | बीकानेर | दूर्ग येवतमाल कानोड़ स्थानकवासी परम्परा की श्रमणियाँ श्री चन्द्रकान्ताजी - रतलाम सुगनचंदजी रोिदिया | 2026 वै. शु.7 | ब्यावर For Private & Personal Use Only 793 | श्री कुसुमलताजी A श्री प्रेमलताजी o| श्री विमलाकंवरजी ० श्री कमलप्रभाजी श्री पुष्पलताजी - श्री सुमतिकंवरजी श्री विमलाकंवरजी | 2004 मंदसौर चांदमलजी कुदाल आसो. शु. 4 | मंदसौर 2008 मंदसौर चांदमलजी कुदाल 2026 आसो. शु. 4] मंदसौर 1992 आंतरी चांदमलजी खिंदावत 1 2027 का. कृ. 8 | बड़ीसादड़ी | 2002 बांदनवाड़ा | नौरतमलजी लोढ़ा | 2027 का. कृ. 8 | बड़ीसादड़ी - बड़ीसादड़ी अम्बालालजी जारोली | 2027 का. कृ. 8 | बड़ीसादड़ी - बड़ीसादड़ी ख्यालीलालजी मुणोत | 2027 का. कृ. 8 | बड़ीसादड़ी मोडी सूरजमलजी नपावलिया | 2027 मा. शु. 12 | जावद | विशेष विवरण विदुषी हैं, परिवार से माता-पिता, भाई व दो बहनें। दीक्षित हैं। मधुरव्याख्यात्री तपस्विनी। विदुषी, उग्रविहारी, मधुरव्याख्यात्री, तपस्विनी घोरतपस्विनी, सं. 2039 उदयपुर में स्वर्गस्था सेवाभाविनी, भद्रमना थीं, आ. नानेशकी सहोदरा, सं. 2033 गंगाशाहर में स्वर्गस्था आदर्श सेवाभाविनी, मधुरभाषिणी, पुत्री मनोरमा भी दीक्षित हैं। विदुषी साध्वी रत्ना विदुषी एवं तपस्विनी | सजोड़े दीक्षा, विदुषी तपस्विनी एवं आदर्श त्यागिनी विदुषी मधुर व्याख्यात्री, जैन सिद्धान्त शास्त्री विदुषी साध्वी रत्ला विदुषी, बहिन पूर्णिमाजी भी दीक्षित हैं। तपस्विनी हैं, सुशीलाजी, मक्तिप्रभाजी, करूणाजी ये तीन बहनें भी दीक्षित हैं। पति, पुत्र 2 पुत्रियों सहित दीक्षा, तपस्विनी, अंजड़ में सं. 2049 स्वर्गस्थ तपस्विनी हैं। मधुर व्याख्यात्री, विदुषी 4 बहनें दीक्षित हैं। माता-पिता भाई-बहन भी दीक्षित, विदुषी सेवाभाविनी विदुषी सेवाभाविनी मधुर व्याख्यानी, बहिन सोमलताजी दीक्षित हैं। विदुषी विदुषी मधुरव्याख्यानी सेवाभाविनी, स्तोकमर्मज्ञ, मधुरभाषिणी 91. 92. 0| श्री सूरजकंवरजी | 1982 लोद चांदमल ओस्तवाल 2028 丽丽丽丽丽丽丽丽和和 का. शु. 12 ब्यावर | श्री कल्याणकंवरजी | 2006 बीकानेर A] श्री ताराकंवरजी - रतलाम श्री कान्ताजी 2012 बड़ावदा श्री चन्दनबालाजी 2016 बड़ावदा श्री कुसुमलताजी 2015 रावटी श्री ताराकंवरजी 2014 रतलाम श्री चेतनश्रीजी 2012 कानोड़ 100.0| श्री तेजप्रभाजी 1988 नागेलाव | संपतलालजी बांठिया | 2028 का. शु. 12 | ब्यावर सुगनचंदजी रोिदिया | 2028 का. शु. 12 ब्यावर सौभागमलजी सांड 2028 का. शु. 12 ब्यावर सौभागमलजी सांड का. शु. 12 ब्यावर नानालालजी कटारिया| 2028 का. शु. 12 | ब्यावर हीरालालजी रांका । 2028 चै. कृ. 2 | जयपुर हनुमानमलजी गांधी | 2029 चै. शु. 13 टोंक | रतनलालजी कोठारी | 2029 मा. शु. 13 | भीनासर www.jainelibrary.org
SR No.001693
Book TitleJain Dharma ki Shramaniyo ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijay Sadhvi Arya
PublisherBharatiya Vidya Pratishthan
Publication Year2007
Total Pages1076
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Biography
File Size24 MB
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