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________________ Jain Education International For Private & Personal Use Only (www.jainelibrary.om 784 क्रम 1. 2. 3. 5. 6. 7. श्री हरजी ऋषिजी की परम्परा (क) कोटा संप्रदाय की प्रवर्तिनी श्री मानकुंवरजी महाराज का शिष्या - परिवार 561 गुरूणी साध्वी नाम 4. 0 श्री विरधिकुंवरजी 8. 9. श्री धूलांजी श्री जड़ावकुंवरजी सवाईमाधोपुर श्री धनकुंवरजी श्री पुष्पाकुंवरजी श्री चांदकुंवरजी श्री कांतिकुंवरजी जन्म संवत् स्थान पिता का नाम गोत्र दीक्षा संवत् तिथि 1973 1955 फा.शु.11 राजा के खजांची बारा (कोटा) 1958 टौंक देईगांव बूंदी रियासत घोटी (महा.) गीरनारा गांव 1978 हरड़ाईगांव निफाड़ श्री मायाचंदजी (जयपुर) 1977 जैलालजी पोरवाल नाथुलालजी बंब श्री हजारीमलजी पोद्दार कांकरिया तेजराजजी बोथरा धोंडीरामजी चोरड़िया 1980 ज्ये. शु. 5 1980 मृ. कृ. 5 दीक्षा स्थान कोटा कोटा सवाईमाधोपुर कोटा कोपरगांव श्री हीराकुवंरजी श्री सदाकुंवरजी 561. साभार - प्रवर्तिनी श्री प्रभाकुंवरजी म. द्वारा प्राप्त सामग्री के आधार पर, कुर्डवाड़ी (महा.) विशेष विवरण स्वर्ग. सवाईमाधोपुर, आप तपस्विनी थीं। श्री मानकुंवरजी स्वर्ग. 2023 भा. शु. 8 ढाणकी जिला यवतमाल में, आप व्याख्यान वाचस्पति के रूप में। प्रसिद्ध थीं। श्री मानकुंवरजी स्वर्ग. 10 जून 1996 जालना, आप मौनसाधिका एवं सेवाभाविनी थीं, श्री जड़ावकुंवरजी म. की संसार मे नंनद थीं। श्री मानकुंवरजी स्वर्ग. सं. 2049, 22 दिन के संधारे सह पिंपलगांव बसवंत, आप 100 वर्ष की हुईं। निर्मल संयमी, जाट व मीणा लोगों को व्यसन मुक्त बनाये | श्री मानकुंवरजी स्वर्ग. सं. 2056 नांदेड़। आप सेवाभाविनी थीं। वाघली (खानदेश) श्री वृद्धिकुंवरजी आपका स्वर्गवास घोटी में हुआ। अमलनेर (महा.) में आप स्वर्गवासिनी हुईं। किनगांवराजा में स्वर्गवास जैन श्रमणियों का बृहद इतिहास
SR No.001693
Book TitleJain Dharma ki Shramaniyo ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijay Sadhvi Arya
PublisherBharatiya Vidya Pratishthan
Publication Year2007
Total Pages1076
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Biography
File Size24 MB
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