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________________ Jain Education International स्थानकवासी परम्परा की श्रमणियाँ For Private & Personal Use Only क्रम । साध्वी नाम जन्म संवत् स्थान |पिता का नाम गोत्र | दीक्षा संवत् तिथि | दीक्षा स्थान | गुरूणी विशेष विवरण श्री प्रगतिश्रीजी 2019 बैंगलोर |बंसीलालजी धोका | 2042 वै. श.3 | अहमदनगर |श्री मंजुश्रीजी बी.ए., मधुरकठी, पुस्तक-गीत प्रगति के, बड़ी साधुवंदना श्री कौमुदीश्रीजी 2022 मद्रास नेमिचंदजी मुणोत | 2044 नवंबर 12 | खार (मुंबई) | श्री सरोजश्रीजी | मधुरव्याख्यानी, एम. ए. । श्री सुरभिश्रीजी 1 2031 दिल्ली हरकेशसिंहजी | 2047 जनवरी 30 | त्रिनगर (दि.) श्री प्रवीण जी 9, 11, उपवास, 6 अठाई, तेले, 51 एकाशन, 9 वर्ष से एकासन के एकांतर, पुष्यनक्षत्र, ज्ञानपंचमी, आगमरूचि श्री संबोधिश्रीजी | 2025 मद्रास हेमराजजी सिंघवी | 2048 मई 26 अरिहंतनगर (दि) श्री मंजुश्रीजी | सेवाभाविनी श्री करूणाश्रीजी 2027 चिंचवड़ |रमणलालजी लुंकड़ | 2049 रवरी 8 - अहमदनगर श्री मंजुश्रीजी सेवाभाविनी श्री कमलेशजी 2037 पांवरा साहिब | श्री पूर्णचंदजी 1 2052 फा. कृ. 4 | जालन्धर श्री प्रमोदजी अठाई, 9 उपवास, आयंबिल ओली, ज्ञान पिपासु, विनीत श्री निष्ठाजी 2039 अंबाला कैंट | विजयकुमार जैन | 2052 फा. कृ.4 | जालन्धर श्री प्रमोदजी आयंबिल, उपवास कई, सेवा भाविनी, ज्ञान पिपासु श्री विचक्षणाश्री 2032 उदयपुर दिनेशचंद्रजी बया | 2053 का. शु. 13. | दिल्ली |श्री प्रियदर्शनाजी | बी. ए., मधुरव्याख्यानी, स्वाध्याय रूचि, 115 एकाशन श्री वंदनाजी -कुरूक्षेत्र अरोड़ा 2054 रवरी 16 | दिल्ली श्री निर्मलजी सेवाभाविनी श्री पूजाजी 2039 जालंधर विनोदजी जैन 2055 वै. शु. 3 जालन्धर | बी. ए., ज्ञान पिपासु, अठाइयां, एकासण, आयबिल ओली श्री तरूलताश्रीजी 2029 बडनेरा चिमनलाल गांधी 2056 मा. शु. 6 नासिक |श्री विजयश्रीजी | बी.ए., प्रवचनकर्ती, जैन पत्रि काओं में यदा-कदा लेख श्री देशनाजी 2042 आगरा 2058 का. शु. 13 | दिल्ली |श्री प्रियदर्शनाजी | मधुरगायिका, सेवाभाविनी श्री संसिद्धिजी 2045 मेरठ 2060 वै. दिल्ली |श्री मंजुश्रीजी मधुरवक्ता, अध्यनशीला श्री संतोषजी 2010 कहनी पन्नालालजी गर्ग 2026 दिसं. 7 रोहतक श्री जगदीशमतीजी | जैन शास्त्री, साहित्यरत्न, बी.ए., साहित्य-समाधान का कल्पवृक्ष भाग 1-4, तप-नौ उपवास, कई तेले, हजारों आबिल, 'जीवो मंगलम्' संस्था करनाल की प्रेरिका श्री अर्पिताजी 2017 दिल्ली कस्तूरीलाल जख | 2042 मा. शु. 5 | बड़ौत | श्री संतोषजी जैन प्रभाकर, 8, 15, 35 उपवास श्री अर्चिताजी 2039 बरनाला रोशनलालजी अग्रवाल | 2042 मा. शु.5 | बड़ौत श्री संतोषजी जैन प्रभाकर, साहित्यरल, बी. ए. 89,10 उपवास श्री डालिमाजी 12039 बठिण्डा धर्मपालजी गर्ग | 2049 नवं. 19 | दिल्ली | श्री संतोषजी | बी. ए.,तप-5 अठाई, 10 उपवास श्री परिधिजी 2047 सोनीपत प्रेमप्रकाशजी शर्मा |2061 जन. 16 | करनाल | श्री सुमनजी नोट : क्रम संख्या 32 से 36 तक श्री जगदीशमती जी महाराज का शिष्या परिवार है। www.jainelibrary.org
SR No.001693
Book TitleJain Dharma ki Shramaniyo ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijay Sadhvi Arya
PublisherBharatiya Vidya Pratishthan
Publication Year2007
Total Pages1076
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Biography
File Size24 MB
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